Lok Sabha Elections 2024: उज्जैन (Ujjain) में निर्वाचन कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहने वाले 17 अधिकारी और कर्मचारियों को कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. यदि नोटिस का संतोष पर जवाब नहीं आया तो कर्मचारी और अधिकारियों पर कार्रवाई होना तय है. लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections) के अंतर्गत उज्जैन-आलोट  (Ujjain-Alot) लोकसभा सीट पर मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया था. इस प्रशिक्षण को 3 से 6 मई के बीच आयोजित किया गया था जिसमें 17 कर्मचारी और अधिकारी अनुपस्थित रहे.


उज्जैन के जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि इन 17 अधिकारियों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस का 3 दिन में जवाब देने को कहा गया है. जवाब पेश न करने या संतोषप्रद जवाब नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया को देखते हुए कर्मचारी और अधिकारियों के अवकाश पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है. 


इन धाराओं में होगी एकपक्षीय कार्रवाई
निर्वाचन अधिकारी नीरज कुमार सिंह द्वारा 17 अधिकारी-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. तीन दिन में जवाब न देने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम,1951 की धारा 28 (क), 134 एवं मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 (1,2,3) का उल्लंघन एवं वरिष्ठों के आदेश की अवहेलना करने पर एकपक्षीय कार्यवाही की जाएगी. इसके तहत वेतन वृद्धि रोकने से लेकर निलंबन तक की कार्रवाई का अधिकार है. 


उज्जैन में कांग्रेस और बीजेपी की सीधी टक्कर
मध्य प्रदेश में चौथे चरण के तहत बाकी आठ सीटों पर मतदान कराए जाएंगे जिनमें देवास, इंदौर, उज्जैन-आलोट, धार, रतलाम, मंदसौर, खरगोन और खंडवा शामिल है. यहां 13 मई को मतदान कराया जाना है. उज्जैन-आलोट से बीजेपी ने अनिल फिरोजिया और कांग्रेस ने राजेंद्र मालवीय को टिकट दिया है. फिरोजिया उज्जैन- आलोट से निवर्तमान सांसद भी हैं.


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