MP Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बयान पर कांग्रेस ने करारा हमला बोला है. फोकट के अनाज को लेकर झाबुआ में सीएम यादव ने बीजेपी सरकार की उपलब्धियां गिनाई थी.  कांग्रेसी इसे आदिवासियों का अपमान बता रही है. अब बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेता फोकट के अनाज के बयान पर आमने-सामने हो गए हैं. 


‘मुख्यमंत्री के बयान को बताया आदिवासियों का अपमान’
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने झाबुआ में आम सभा के दौरान यह कहा था कि मध्य प्रदेश सरकार की ओर से फोकट का अनाज कितने लोगों को मिल रहा है?  सभी लोग हाथ उठाकर बताएं. इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने इसे आदिवासियों का अपमान बताया. दूसरी तरफ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी विक्रांत भूरिया के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि कुछ ही महीनों में मुख्यमंत्री मोहन यादव कई बार आदिवासियों का अपमान कर चुके हैं.


सरकार की ओर से जो निशुल्क राशन दिया जा रहा है, वह जनता के पैसों से ही खरीदा जाता है. भारतीय जनता पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री इसे अपनी उपलब्धि बता रहे हैं. मगर यह सरकार की नाकामी है. मध्य प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार है, जो सरकार के अनाज पर अपने जीवन यापन कर रहे हैं.  


एमपी में 5 करोड़ लोगों को नि:शुल्क राशन का दावा
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के प्रतिनिधि कई बार इस बात का दावा कर चुके हैं कि मध्य प्रदेश में 5 करोड लोगों को निशुल्क राशन दिया जा रहा है. इसके अलावा एक करोड़ 29 लाख महिलाओं को लाडली बहन योजना का लाभ मिल रहा है. इसके अतिरिक्त 44 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के के मकान मिल चुके हैं, जबकि 3 करोड़ 62 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड का फायदा मिल रहा है.


विक्रांत भूरिया को युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया- बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल के मुताबिक विक्रांत भूरिया की इसी ना समझी की वजह से उन्हें कांग्रेस के नेताओं ने युवक कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटा दिया है. अग्रवाल ने बताया कि मुफ्त, निशुल्क और फोकट एक ही शब्द है. जनसाधारण की भाषा में कई बार फोकट शब्द का भी उपयोग होता है.


कांग्रेस के पास कोई मुद्दे नहीं है. कांग्रेस के कार्यकाल में किसानों का कर्ज माफ नहीं किया गया. इसके अलावा अनाज भी गोदाम में सड़ गया. बावजूद इसके छोटी-छोटी बातों पर कांग्रेस के नेता हल्की राजनीति कर रहे हैं.


यह भी पढ़ें: नकुलनाथ-बंटी साहू ने गलत दिया चुनावी खर्च का हिसाब? ब्योरे से संतुष्ट नहीं चुनाव आयोग