Rudraksh Mahotsav Sehore: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे सीहोर जिले के चितावली हेमा गांव में कुबरेश्वर धाम का रुद्राक्ष महोत्सव इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. लाखों श्रद्धालुओं के लिए रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा महाशिवरात्रि पर किया गया था. सोशल मीडिया पर भक्तों का आह्वान कर उन्हें सीहोर बुलाया गया था लेकिन अव्यवस्था के चलते रुद्राक्ष महोत्सव को स्थगित करना पड़ा. जिसमें तीन लोगों की मृत्यु की खबर भी निकल कर सामने आई इसके बाद आयोजन समिति और प्रशासन की जमकर किरकिरी हुई.

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इस बात को जानने के लिए जब एबीपी संवाददाता ने प्रशासन एवं आयोजन समिति से कारणों की पड़ताल की तो सबसे बड़ी वजह अचानक बड़ी भीड़ बताई गई. लेकिन कोई भी इस बात की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है, कि एकाएक कैसे यह स्थिति बनी जबकि स्वयं आयोजन समिति और पंडित प्रदीप मिश्रा ही लंबे समय से भक्तों को सीहोर आने का आह्वान कर रहे थे.

उम्मीद से ज्यादा आई भीड़इस संबंध में जब एबीपी संवाददाता ने समिति ओर पड़ित से चर्चा की उन्होंने बताया कि रुद्राक्ष महोत्सव की तैयारी के लिए लगभग 70 एकड़ में पंडाल लगाकर व्यवस्था की गई थी, जिसमें भक्तों के ठहरने के लिए 4 से 5 बड़े डोम लगाए गए थे. शौचालय सहित स्नानागार की व्यवस्था की गई थी और अलग-अलग स्थानों पर भोजनशाला बनाकर भोजन एवं प्रसाद वितरण की व्यवस्था कर ली गई थी. लेकिन अंदाजे से अधिक भक्त पहले दिन आ गए जिसके चलते जाम की स्थिति बन गई और कुछ अव्यवस्था हो गई.

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पहले दिन आए 20 लाख श्रद्धालुइस संबंध में सीहोर के कलेक्टर प्रवीण सिंह से हमने चर्चा की उन्होंने बताया कि आयोजन समिति की ओर से जानकारी दी गई थी 7-8 लाख लोगों के आने की उम्मीद थी. लेकिन पहले ही दिन लगभग 20 लाख श्रद्धालु सीहोर आ गए, जिससे पहले ही दिन नेशनल हाईवे पर 20 किलोमीटर लंबा जाम लग गया और व्यवस्था गड़बड़ा गई. आयोजकों के द्वारा लगाया गया अंदाजा थोड़ा गलत साबित हो गया. लेकिन प्रशासन हर जगह मुस्तैद रहा और व्यवस्था को नियंत्रित कर लिया गया है और अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और कुबरेश्वर धाम में शिव महापुराण की कथा चल रही है.

पिछले साल भी हुई थी अव्यवस्थाकारण कुछ भी रहा हो लेकिन जिम्मेदार अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हैं, जबकि पिछले साल भी भीड़ बढ़ने के कारण जाम की स्थिति बनी थी, परिस्थितियां अनियंत्रित हुई थी. इसके बाद भी जिम्मेदारों ने सबक नहीं लिया और इस बार भी रुद्राक्ष महोत्सव के पहले 2 दिन भारी अव्यवस्था के चलते श्रद्धालु और आम जनमानस को भयंकर परेशानियों का सामना करना पड़ा.

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