कांग्रेस (Congress) में सक्रिय हो रहे राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) पर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (kamal Nath) ने एक बड़ा बयान दिया है. कांग्रेस के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रतलाम पहुंचे कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा कि प्रशांत किशोर कांग्रेस से जुड़ेंगे तो वो केवल मध्य प्रदेश के लिए थोड़ी ही जुड़ेंगे, वो तो सभी प्रदेशों के लिए जुड़ेंगे. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर का अपना एक धरोहर है, उनसे जरूर लाभ होगा पर, हम किसी पर डिपेंड नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर आएं या नहीं आएं हमारी खुद की तैयारी हैं. उन्होंने कहा कि हम पिछले 6 महीने से लगे हुए हैं.

कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता ने कहा कि आज के समय में स्थानीय राजनीति है, गाँव-गाँव और बूथ-बूथ पर जब हमारा संगठन नहीं होगा तब तक हम बीजेपी को मुकाबला नहीं कर पाएंगे.

कहा- बिना नोटिस के बुलडोजर चला रही है सरकार

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार गलत उद्देश्य और बगैर नोटिस दिए बुलडोजर चला रही है. हमने तो माफिया के खिलाफ बुलडोजर चलाया था और पहले नोटिस दिए थे. हम पर प्रेशर भी आया था, लेकिन हमने माफियाओं के खिलाफ निरन्तर करवाई की. उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपनी असफलता छिपाने के लिए मुद्दा चाहिए. मध्य प्रदेश में अनेक कमियां और खामियां हैं.उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा है, लेकिन इसके लिए बीजेपी के पास जवाब नहीं है.

कमलनाथ ने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का कहा था, कहां है रोजगार? एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस का घर-घर चलो अभियान सफल रहा है, हां कुछ जगह जरूर असफल रहा है, जिसे हम स्वीकार करते हैं. अभियान 30 जून तक बढ़ाया गया है. एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कांग्रेस धर्म का राजनीति में उपयोग नहीं करती है. हमारा देश विभिन्नताओं का देश है. भारत जैसे दुनिया में कोई देश नहीं है. हमारी संस्कृति जोड़ने की है तोड़ने की नहीं. उन्होंने कहा कि तीर्थ दर्शन योजना बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए है.

रतलाम आकर खुश हूंकमलनाथ ने कहा कि रतलाम आकर खुशी होती है. आज यहां आकर खुश हूं. उन्होंने कहा कि जब भी मध्य पदेश की बात होती है तो रतलाम स्टेशन का नाम आता है. किसी समय इंदौर से ज्यादा रतलाम की पहचान थी. आज रतलाम नगर की क्या हालत है, सड़के खराब हैं, औधोगिक विकास नहीं हुआ है. शिवराज सिंह चौहान केवल घोषणाएं करते हैं. रतलाम में नलों में कितने दिन में पानी आता है.