Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में लोकायुक्त की टीम ने पुलिस के एक सहायक उप निरीक्षक (ASI) को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. गुरुवार की रात दमोहनाका चौक स्थित एक पेट्रोल पंप के पास एसटीएफ की जबलपुर इकाई से 3 दिन पहले हटाए गए एएसआई निसार अली को 1 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था.


लोकायुक्त एसपी संजय साहू के मुताबिक आरोपी एएसआई निसार अली ने एक मामले को निपटाने के लिए आवेदक से रिश्वत की रकम मांगी थी. लोकायुक्त टीम की ओर से आवेदक को रंग लगे नोट देकर भेजा गया और जैसे ही एएसआई ने रिश्वत की रकम हाथों में ली उसे रंगे हाथों दबोच लिया गया.


धोखाधड़ी के मामला निपटाने के लिए मांगी थी रिश्वत
लोकायुक्त की ट्रेप टीम को लीड कर रहे डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि एसटीएफ जबलपुर में पदस्थ एक अधिकारी द्वारा धोखाधड़ी के मामले की जांच की जा रही थी. यह शिकायत गोहलपुर निवासी जावेद अली के खिलाफ की गई थी. इस मामले को लेकर एसटीएफ में पदस्थ रहे एएसआई निसार अली ने जावेद को फोन लगाकर धमकी दी कि मामले में उसे जेल जाना पड़ सकता है. शिकायत को निपटाने के लिए आवेदक से एक लाख की मांग की गई. इसकी शिकायत जावेद अली द्वारा लोकायुक्त एसपी संजय साहू से की गई. 


रिश्त के रुपये लेने के लिए पहुंचा था एएसआई 
गुरुवार की रात एएसआई ने रिश्वत की रकम लेने के लिए जावेद को दमोहनाका स्थित पेट्रोल पंप के पास बुलाया और जैसे ही रिश्वत की रकम ली लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया. लोकायुक्त टीम द्वारा आरोपी एएसआई को सर्किट हाउस नंबर 2 ले जाकर कार्रवाई करने के बाद मुचलके पर रिहा कर दिया गया. जानकारी के अनुसार एएसआई द्वारा रुपयों की मांग किए जाने की शिकायत एसटीएफ मुख्यालय भोपाल पहुंची थी. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए एएसआई को 3 दिन पहले एसटीएफ से हटाते हुए उसे कटनी पुलिस में आमद दर्ज कराने के निर्देश दिए गए थे. इसके बावजूद वह रिश्वत की रकम लेने पहुंच गया था.


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