Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश की जबलपुर संसदीय सीट पर निर्वाचन के लिए नामांकन की प्रक्रिया आज बुधवार (20 अप्रैल) से शुरू हो गई. हालांकि, पहले दिन किसी भी उम्मीदवार में अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है लेकिन एक निर्दलीय प्रत्याशी की वजह से जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारी हलाकान हो गए. 

जबलपुर संसदीय सीट से भाग्य आजमाने के लिए एक निर्दलीय उम्मीदवार 25 हजार की जमानत की राशि दो, पांच और दस रुपए के सिक्के के रूप में लेकर पहुंच गया था. जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि ऐसे लोग प्रशासन को परेशान करने के लिए आते हैं.

डिजिटल पेमेंट न होने के चलते दिए सिक्केदरअसल, निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन लेने पहुंचे विनय चक्रवर्ती ने जब निर्वाचन कार्यालय में जमानत राशि के रूप में एक पोटली रख दी तो सभी चौंक गए. अधिकारियों ने जब इस पोटली को खोलकर देखा तो उसमें दो, पांच और दस रुपये के सिक्के थे. विनय चक्रवर्ती ने कहा कि नामांकन के लिए जमानत राशि जमा करने में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था नहीं होने के कारण उसे सिक्के लेकर आना पड़ा. 

बताया जाता है कि 25 हजार रुपये के सिक्के गिनने में अधिकारियों को आधा घंटे का समय लग गया. इसे लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय में काफी देर तक गहमागहमी भी बनी हुई थी. हालांकि, अधिकारियों ने सिक्के गिरने के बाद विनय चक्रवर्ती को नामांकन पत्र का सेट जारी कर दिया.

कलेक्टर बोले- प्रशासन को परेशान करने आते हैं लोगइस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि विनय चक्रवर्ती ने नामांकन पत्र लेते वक्त दो, पांच और दस हजार रुपये जमानत के तौर पर जमा किए. वैध मुद्रा होने के कारण सिक्के गिनने के बाद नामांकन पत्र दे दिया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन को परेशान करती हैं.

मीडिया फुटेज के लिए ऐसे लोग आते हैं. उन्हें सोचना चाहिए कि हमारे अधिकारी-कर्मचारी लगातार काम करते हैं. कलेक्टर सक्सेना ने कहा कि चुनाव जैसे संवेदनशील काम में वे लगे हुए हैं तो उन्हें सहयोग करना चाहिए. फिर भी इस तरह लोग आते हैं तो हमारी कानूनी बाध्यता है कि हम उनके काम पूर्ण करें. विनय चक्रवर्ती की भी फीस जमा करके रसीद दे दी गई.

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