MP News: इंदौर के बीजेपी से निष्कासित पार्षद जीतू यादव (जाटव) के समर्थकों द्वारा पार्षद कमलेश कालरा के परिवार पर किए गए हमले को लेकर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन कर दिया गया है. इस मामले में अभी 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि तेराह बदमाशों की पहचान भी हो गई है. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पार्षद कमलेश कालरा द्वारा नगर निगम के कर्मचारी के साथ हुई तू-तू-मैं-मैं की घटना के बाद वायरल ऑडियो में पार्षद जीतू यादव का नाम सामने आया था.

इसके बाद जीतू यादव ने कालरा को फोन पर धमकाते हुए नगर निगम कर्मचारी से उनका नाम लेने पर आपत्ति दर्ज कराई थी. इसके बाद कमलेश कालरा को माफीनामे की धमकी भी दी गई. इसके बाद पार्षद कालरा के घर पर हमला हो गया. पूरे मामले में पार्षद कमलेश कालरा ने जीतू यादव पर गंभीर आरोप लगाए. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जीतू यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. पार्षद जीतू यादव पर 11 केस दर्ज

इसके अलावा‌ पुलिस ने जीतू यादव समर्थक हमलावर कृष्णा, ललित, पिंटू, गोलू, नवीन, विनय को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में अभी तेराह बदमाशों की ओर पहचान हो गई है. जीतू यादव के पार्टी से निष्कासित होने के बाद पुलिस द्वारा कई स्थानों पर छापे मारे गए हैं.  जूनी इंदौर थाना पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है. उधर जीतू यादव का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी सामने आ रहा है. जीतू यादव पर 11 केस दर्ज है जिनमें से 10 परदेशीपुरा थाने में और एक संयोगितागंज थाने में दर्ज हुआ था.  सीएम के निर्देश के बाद SIT गठित 

इंदौर के पार्षद कमलेश कालरा के घर पर हुए हमले के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और विवेचना के लिए इंदौर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए हैं, जिसमें अतिरिक्त पुलिस उपयुक्त आनंद यादव को अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है. 

इस एसआईटी में सहायक पुलिस आयुक्त जूनी इंदौर देवेंद्र धुर्वे, जूनी इंदौर थाना प्रभारी अनिल गुप्ता, रावजी बाजार थाना प्रभारी अमोद सिंह राठौड़, उप निरीक्षक रामकुमार रघुवंशी, सहायक उप निरीक्षक शिवनंदन सेंगर, प्रधान रक्षक मुकेश गायकवाड और साइबर सेल प्रभारी गौरव परमार को सदस्य बनाया गया है. ये भी पढ़ें: Ujjain News: उज्जैन की निजामुद्दीन कॉलोनी में चला बुलडोजर, महाकालेश्वर मंदिर के विस्तार के लिए उजाड़ी गई बस्ती