Online Fraud from accountant in Indore: इंटरनेट के इस जमाने में किसी भी समस्या का हल ढूंढने के लिए, ऑनलाइन सर्फिंग करते हैं. जहां वह किसी उत्पाद से संबंधित समस्या के निवारण के लिए भी अक्सर कंपनी के हेल्पलाइन नंबर की तलाश करने के लिए गूगल पर सर्च करते हैं. नंबर उपलब्ध होने पर उससे संपर्क कर लेते हैं, कभी-कभी लोगों को वहां से मिले नंबर से फ्रॉड भी होते हैं. इन दिनों ऐसे फ्रॉड शहर में आम हो चुके हैं.

दरअसल शातिर बदमाश गूगल पर रजिस्टर्ड कंपनी के नाम से खुद का फर्जी नंबर डाल देते हैं. यहां से नंबर लेकर संपर्क करने वाले व्यक्ति से धोखाधड़ी करते हैं, ऐसा ही मामला एरोड्रम थाना क्षेत्र में दर्ज किया गया है. जहां एक एकाउंटेंट को ऑनलाइन ठग ने शिकार बना लिया और उसके खाते से 55 हजार रुपए भी निकाल लिये.

एकाउंटेंट से रिचार्ज में हुई समस्या के समाधान के नाम पर हुई ठगीदरअसल यह ठगी का मामला इंदौर के एरोड्रम इलाके में रहने वाले एक एकाउंटेंट के साथ हुई. जहां अकाउंटेंट ने भांजी के मोबाइल को रिचार्ज करवाया था, रिचार्ज के बाद उसमें तकनीकी समस्या आई. जिसके बाद समस्या के समाधान के लिए, उन्होंने ऑनलाइन कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया था. उसी दौरान बदमाश ने उनके खाते से 55 हजार रूपये उड़ा दिए. 

पुलिस के मुताबिक, "पीड़ित का जिस नंबर से संपर्क हुआ वह कोलकाता का है." पुलिस ने शिकायत के संबंध में बताया कि, "एरोड्रम थाने में फरियादी गणेश मौर्य पिता रामचंद्र निवासी जय भवानी नगर की शिकायत पर एक मोबाइल नंबर के धारक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है." धोखाधड़ी के संबंध में पीड़ित गणेश मौर्य ने पुलिस को बताया कि, "उन्होंने अपनी भांजी का मोबाइल नंबर रिचार्ज करवाया था, उस नंबर पर इंटरनेट चलाने में दिक्कत हो रही थी. जिसके बाद उनकी भांजी ने गूगल से कॉल सेंटर का नंबर निकाला. 

पीड़ित ने धोखाधड़ी के संबंध में बताई यह बातगणेश मौर्य ने धोखाधड़ी करने वाले तरीकों के बारे में पुलिस को बताया कि, "जब मैंने समस्या के समाधान के लिए फोन पर बात की, तो आरोपी ने उन्हें मोबाइल पर एनीडेस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा. जिसके बाद पेटीएम एप प्रोसेस करने को कहा, प्रोसेस करते ही आरोपी ने अकाउंट के आखिरी के चार नंबर पूछे. मेरे नंबर बताते ही, खाते से दो बार में 55000 रूपये उड़ा दिए गए."

वही एसीपी राजीव सिंह भदोरिया के मुताबिक, "ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपी की साइबर पुलिस की मदद से लोकेशन निकाल ली गई है. आरोपी कोलकाता का बताया जा रहा है, जिसके लिए टीम को रवाना कर आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी. वहीं एसीपी राजीव सिंह भदोरिया ने लोगों को सावधान करते हुए कहा कि, "इस तरह के अपराध बढ़ रहे हैं, क्योंकि जनता में जागरूकता की कमी है. यदि हम किसी भी हेल्पलाइन नंबर को सर्च करना चाहते हैं, तो रजिस्टर्ड कंपनी की वेबसाइट से ही हेल्पलाइन नंबर सर्च किया जाए. यहां वहां से हेल्पलाइन नंबर सर्च कर उससे संपर्क करते हैं, तो धोखाधड़ी होने की आशंका बनी रहती है."

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