Madhya Pradesh News: स्मार्ट सिटी के नाम से जाना जाने वाला शहर इंदौर (Indore) लगातार नवाचार की ओर अपने कदम आगे बढा रहा है. साथ ही बिजली की बढ़ती हुई खपत को कम करने के लिए जहां शहर के कई प्रशासनिक स्थानों पर सोलर एनर्जी प्लांट (Solar power) स्थापित कर बिजली की बचत की जा रही है. वहीं अब देश भर में विख्यात खजराना गणेश मंदिर (Shree Khajrana Ganesh Mandir) और उसका परिसर भी सोलर एनर्जी की दूधिया रोशनी से चकाचौंध नजर आएगा. इसके साथ ही बिजली की खपत को कम करने में कुछ हद तक बिजली कंपनियों को राहत देगा.
प्लांट में 65 लाख का खर्चदरअसल दीवाली से पहले खजराना गणेश मंदिर को सोलर ऊर्जा से जगमगाने के लिए मन्दिर प्रबंधन और प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है. सोलर ऊर्जा प्लांट के लिए जरूरी टेंडर प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है. इसके बाद अब कंपनी जल्द ही मंदिर परिसर में प्लांट लगाने की तैयारी में है. मंदिर परिसर में लगने वाले इस प्लांट में 65 लाख रुपये का खर्च होगा तो वही मंदिर प्रबंध को प्रतिवर्ष लंबे-चौड़े लाखों रुपये के बिजली बिल के भुगतान से निजात मिल सकेगी.
परिसर के इन जगहों पर होगी लाइटवहीं यदि मंदिर परिसर में होने वाली बिजली खपत के लिए उपयोगी संसाधनों की बात की जाए तो मंदिर परिसर में मंदिर प्रांगण, पार्किंग, भोजन शाला, अस्पताल, पेय जल की व्यवस्था, हजारों पोधौ को पानी देने की प्रकिया है. साथ ही मंदिर परिसर के मार्ग में लगी लाइट और प्रसाद सामग्री की दुकानों को रोशन करने के लिए लगने वाली बिजली के कारण प्रतिवर्ष लाखों रुपये का भुगतान करना होता है. इस सोलर ऊर्जा प्लांट के लगने के बाद जहां मंदिर परिसर पहले की तरह जगमगाएगा तो वहीं मंदिर प्रबंधन को उसके लिए बिजली के बिल का भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा.
गौरतलब है कि शहर अपने नाम पर लगातर नए-नए कीर्तिमान स्थापित करता आ रहा है. वहीं देश में विख्यात खजराना गणेश मंदिर में सोलर ऊर्जा प्लांट के लगने के बाद जहां सोलर ऊर्जा की दूधिया रोशनी से जगमगाएगा. वहीं इंदौर शहर के नाम एक और कीर्तिमान लिख जाएगा. क्योंकि ये मंदिर प्रदेश का पहला ऐसा मंदिर होगा जहां बिना शासकीय बिजली की खपत के बगैर मंदिर रोशनी से सराबोर होगा.