MP IAS Transfer: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में अधिकारियों के फेरबदल किये हैं. दरअसल प्रदेश की शिवराज सरकार ने सोमवार देर रात 19 आइएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं. बताया जा रहा है कि चुनाव को देखते हुए मैदानी पदस्थापनाएं की गई हैं. नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए छह कलेक्टर बदले गए हैं. भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया के स्थान पर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को कलेक्टर बनाया गया. वहीं शाजापुर और नीमच के कलेक्टर्स को दूसरे जिलों की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं इंदौर नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल को रीवा कलेक्टर बनाया गया है.
इंदौर में की ये बेहतर काम
2012 बैच की आईएएस प्रतिभा पाल के इंदौर नगर निगम के पद पर किए गए बेहतर कामकाज को देखते हुए उन्हें रीवा जैसे महत्वपूर्ण जिले की जिम्मेदारी दी गई है. प्रतिभा पाल इंदौर शहर को लगातार स्वक्षता में नंबर वन के पद पर कायम रखने केलिए लगातार काम कर रही थी. प्रतिभा पाल के द्वारा किए गए कार्यों को लेकर इंदौर को वाटर प्लस सिटी का गौरव भी हासिल हुआ है. साथ ही इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड पर एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट इन्हीं के कार्यकाल में शुरू होने के उपलब्धि भी मिली है. जिसमें बनी सीएनजी गैस का उपयोग सिटी बस संचालन में किया जा रहा है.
इसका शुभारंभ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था. शहर के नालों में सीवरेज का गंदा पानी नहीं दिखाई दे, इसके लिए नाला टेपिंग की योजना को जमीन पर उतारने के लिए कड़ी मेहनत की गई थी और इंदौर को 7 स्टार सिटी का अवार्ड भी दिलवाया. वही इंदौर शहर के विकास के प्रति इतनी तत्पर दिखाई दी कि उन्होंने मात्र 11 दिन का मातृत्व अवकाश लिया, जिसका लोहा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी माना और उनकी जमकर तारीफ की थी.
हर्षिका सिंह बनीं इंदौर निगम कमिश्नर
इंदौर नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल को उनके किए गए कार्यों के फल अनुरूप भोपाल का कलेक्टर बनाया जाना लगभग तय हो चुका था, लेकिन इंदौर में हुई रामनवमी के अवसर पर बावड़ी दुर्घटना को देखते हुए अंतिम समय में उन्हें भोपाल के स्थान पर रीवा कलेक्टर बनाने का निर्णय लिया गया. फिलहाल 2020 की आईएएस अधिकारी हर्षिका सिंह को मंडला कलेक्टर से इंदौर निगम कमिश्नर बनाया गया. वहीं नगर निगम की नवागत आईएएस अफसर हर्षिका सिंह के सामने अब इंदौर को स्वच्छता में नंबर वन रखना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. इसके अलावा इंदौर नगर निगम में नवाचारों को बढ़ावा देना इसके साथ इंदौर को जो गौरव अब तक हासिल हुआ है, उसे कायम रखते हुए नई सफलता हासिल करना बड़ी चुनौती होगी.
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