कांग्रेस के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब इमरजेंसी लगी थी तब आरएसएस ने इसका समर्थन किया था. उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरसंघ चालक ने इसका समर्थन किया था. बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इनको 50 साल पहले की बात याद आ रही है. लेकिन 11 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे जितने संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है, उसकी याद नहीं आ रही?
'आज अमीर-गरीब की खाई बढ़ रही है'
बुधवार (25 जून) को ग्वालियर में कांग्रेस के एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा, "भारतीय संविधान में कहा गया है कि अमीर और गरीब के बीच में खाई नहीं होनी चाहिए. समरसता का माहौल होना चाहिए. आज पूरे देश में अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ रही है या नहीं? एक तरफ वो लोग हैं जिनका साढ़े 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ होता है और एक तरफ बाकी वो लोग हैं जिनका एक पैसा कर्जा भी माफ नहीं होता है."
'भारतीय संविधान सबसे पक्ष में है'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, "भारतीय संविधान सबके पक्ष में है. हमलोगों का ये मानना है कि सबको बराबर का दर्जा होना चाहिए. यही तो भारतीय संविधान कहता है. अगर हम कहते हैं कि सबको वोट का अधिकार होना चाहिए, यही तो संविधान कहता है. सबको आगे बढ़ने का अवसर होना चाहिए, शिक्षा का अवसर होना चाहिए, यही तो संविधान कहता है."
'बीजेपी बाबा साहेब की मूर्ति नहीं लगाना चाहती'
दिग्विजय सिंह ने कहा, "बाबा साहेब की मूर्ति का प्रकरण पूरे प्रदेश नहीं पूरे देश में आंदोलित हो रहा है, उसके बारे में भाजपा मौन है. चुप्पी है. भाजपा बाबा साहेब की मूर्ति ग्वालियर उच्च न्यायालय में नहीं लगाना चाहती, ये उनकी मौन स्वीकृति है."
कांग्रेस ने किया संविधान सत्याग्रह का आयोजन
एमपी कांग्रेस ने अपने एक्स पोस्ट में बताया कि ग्वालियर उच्च न्यायालय में भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर आज ग्वालियर में मप्र कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित संविधान सत्याग्रह का आयोजन किया गया. इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित अन्य नेता शामिल हुए.