पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के हमलों को लेकर अब पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह खुलकर सामने आ गए हैं. पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों का करारा जवाब दिया है.उन्होंने कहा है कि सिंधिया राजघराना भी लगातार मध्य प्रदेश का नेतृत्व कर रहा है. ऐसे में उन्हें अपना हिसाब देने की बजाय दूसरों से सवाल पूछने का अधिकार नहीं है. 


ज्योतिरादित्य सिंधिया के आरोप


केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह के 1999 से लेकर 2003 तक के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उस समय बिजली की ऐसी व्यवस्था थी कि कई युवाओं की शादी तक नहीं हो पाई. लोग अपनी बेटियों का रिश्ता नहीं देते थे. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ गांव को काला पानी के नाम से जाना जाता था. उन्होंने तुलनात्मक रूप से यह भी कहा कि उस समय 60,000 किलोमीटर की सड़कें थी जबकि वर्तमान में 4,11,000 किलोमीटर की सड़कें बन चुकी हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने सिंधिया के आरोपों का करारा जवाब दिया है.जयवर्धन सिंह ने कहा कि जो राजा महाराजा थे, वे तो गद्दारी करते हुए बिक गए. अब भारतीय जनता पार्टी अपने 18 सालों का हिसाब देने की वजह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल का हिसाब मांग रही है.यहां जनता अच्छी तरह समझती है. 


सड़कों को लेकर जयवर्धन सिंह का जवाब


केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जब टीकमगढ़ से सागर के बीच सफर किया जाता था तो उस समय यह देखा जाता था कि सड़क कहां है और गड्ढे कहां है? इस पूरे आरोप पर जयवर्धन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा है कि भोपाल-देवास कॉरिडोर सहित मध्य प्रदेश के कई महत्वपूर्ण सड़के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में बनी थी.उन्होंने यह भी कहा कि 2003 तक सड़कों के जाल बुनने से लेकर कई योजनाएं और कार्य योजना तैयार हो चुकी थी, जिस पर बीजेपी ने केवल अमल किया है.वर्तमान में जो सड़कें और अन्य योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं, वे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में ही बनी थी. 


क्या माधवराव सिंधिया की भी आलोचना 


जयवर्धन सिंह ने यह भी कहा है कि माधवराव सिंधिया भी मध्य प्रदेश का नेतृत्व करते हुए केंद्र की सरकार में मंत्री थे. जब ज्योतिराज सिंधिया कांग्रेस के कार्यकाल की आलोचना कर रहे हैं तो क्या फिर यह समझा जाए कि वह अपने स्वर्गीय पिता के कार्यकाल से भी संतुष्ट नहीं थे? पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश का विकास करना सभी का दायित्व सिंधिया परिवार ने भी कई दशक तक मध्य प्रदेश का नेतृत्व किया ऐसे में वे खुद की जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार में कर्ज माफी,किसानों को बिजली की कई योजनाएं रुपये 100 में 100 यूनिट बिजली आदि योजनाओं का लाभ दिया गया, इस पर भी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बात करना चाहिए.


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