मध्य प्रदेश के देवास में एक शख्स ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. शख्स ने साबित कर दिया कि ईमानदारी आज भी जिंदा है. इसका बेहतरीन और मार्मिक उदाहरण देवास जिले में देखने को मिला है. जिले के ग्राम देवली के एक सामान्य नागरिक मोहम्मद यूनुस ने अपने बैंक खाते में गलती से आई एक बड़ी रकम को बिना किसी लालच के तुरंत उसके असली मालिक को वापस कर दी. 

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यूनुस की इस नेकदिली और सत्यनिष्ठा ने पूरे क्षेत्र में उन्हें सम्मान का पात्र बना दिया है. शख्स की इस दरियादिली की हर तरफ चर्चा हो रही है. मोहम्मद यूनुस के इस कदम ने न सिर्फ नीलेश नानवानी का विश्वास कायम रखा है, बल्कि देवास में ईमानदारी की एक नई मिसाल भी पेश की है.

गलती से ट्रांसफर हुए 4 लाख 43 हजार रुपए

यह पूरा मामला तब सामने आया, जब शहर के दूध कारोबारी नीलेश नानवानी ने गलती से शनिवार (13 दिसंबर) को 4 लाख 43 हजार रुपए की बड़ी राशि मोहम्मद यूनुस के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी. जैसे ही मोहम्मद यूनुस को इस गलती का पता चला, उन्होंने एक पल की भी देरी नहीं की. 

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एक सामान्य आय वाले व्यक्ति के खाते में अचानक इतनी बड़ी रकम का आना शायद किसी को भी विचलित कर सकता है, लेकिन यूनुस ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और अपनी असाधारण ईमानदारी का परिचय दिया. उसने तुरंत इस राशि को उसके असली मालिक नीलेश नानवानी को चेक के माध्यम से लौटा दिया.

मोहम्मद यूनुस ने क्या कहा?

इस मौके पर मोहम्मद यूनुस ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, "यह पैसा मेरा नहीं था, यह किसी और की मेहनत की कमाई थी. अगर मैं यह राशि अपने पास रख लेता, तो मुझे चैन नहीं मिलता. ईमानदारी सबसे बड़ी दौलत है और मुझे खुशी है कि मैं उस भाई की मदद कर सका, जिसका पैसा गलती से मेरे पास आ गया था."

पैसा वापस पाकर खुशी झूम उठा दूध कारोबारी

अपनी लाखों की रकम वापस पाकर दूध कारोबारी नीलेश नानवानी की आंखों ओर मन में  खुशी के थी.  उन्होंने मोहम्मद यूनुस को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसी ईमानदारी आज के दौर में बहुत कम देखने को मिलती है.

उन्होंने कहा कि मैं मोहम्मद यूनुस भाई का दिल से आभारी हूं. 4 लाख 43 हजार का नुकसान मेरे लिए बहुत बड़ा होता. यूनुस भाई ने जो किया है, वह सिर्फ ईमानदारी नहीं, बल्कि मानवता का सबसे बड़ा उदाहरण है. ऐसे लोग हमारे समाज का गौरव हैं.