Bhopal News : मध्य प्रदेश सहित देशभर में कोविड-19 के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. जिसे लेकर केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश सरकार चिंतित है. इस बारे में मध्य प्रदेश शासन ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों में 10 और 11 अप्रैल को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की जांच करने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा और इसकी रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड की जाएगी.
सभी डीएम और सीएमओ को जारी किए गए निर्देश
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों, जिलों के सिविल सर्जनों और जिला कलेक्टर को निर्देश जारी किया गया है. इस मॉक ड्रिल के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में उपलब्ध अपने संसाधनों की एवं गुणवत्ता की जांच करने जा रहा है. इसके माध्यम से ग्राम स्तर के कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आयुष डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, डॉक्टर, एंबुलेंस, लाइफ सपोर्ट सिस्टम, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिस्टम और दवाओं के प्रबंधन की जांच की जाएगी. इसके जरिए उनकी उपलब्धता और अनुपलब्धता के स्तर की भी जांच हो जाएगी. बीते हफ्ते प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ने लगे हैं.
एक दिन में दर्ज हुए 35 नये मामले
एक दिन में नए पॉजिटिव मामलों की संख्या 35 हो गई है. जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. किसी भी प्रकार की अनियमितता या कुप्रबंधन ना हो इसीलिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. इस संबंध में जब एबीपी संवाददाता ने आयुक्त एवं सह सचिव स्वास्थ्य डॉ सुदामा खाड़े से चर्चा की उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में लगातार कोविड के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोविड-19 के प्रबंधन से जुड़ी समस्याओं का पता लगाना एवं उन्हें तत्काल समाप्त करना है. आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके यही हमारा प्रयास है.
ये भी पढ़ें :-Indore Temple Tragedy: 36 लोगों की मौत के बाद नगर निगम की कार्रवाई, मंदिर के अवैध ढांचों पर चलाया बुलडोजर