Madhya Pradesh Politics: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के निर्देशों ने मध्यप्रदेश के मंत्रियों को बैचेन कर दिया है. दरअसल सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के सभी मंत्रियों (Ministers) को सभी कामकाज छोड़कर रविवार को राजधानी भोपाल में रहने के निर्देश दिए हैं. सीएम सुबह 11 बजे एक-एक मंत्री से मुलाकात करेंगे, जबकि शाम को छह बजे कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) का आयोजन किया गया है.


सीएम के इन निर्देशों ने मंत्रियों बैचेन कर दिया है. बता दें कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) से मुलाकात के बाद बुलाई गई इस बैठक को अहम माना जा रहा है. इस बैठक के बाद कुछ नया हो सकता है.


कुछ नया होने का अनुमान


प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चंद रोज पहले नागपुर में राष्ट्रीय स्वयं संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी. यह मुलाकात करीब 45 मिनट की रही. सूत्रों से खबर है कि संघ प्रमुख और सीएम की मुलाकात के बाद रविवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. यह बैठक शाम छह बजे होगी, लेकिन इससे पहले ही सीएम शिवराज सिंह चौहान सभी मंत्रियों से एक-एक कर मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि इसमें विकास यात्रा में हुई कुछ घटनाओं पर चर्चा हो सकती है. इसके साथ ही कम परफॉर्मेंस वाले मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड मांगा जा सकता है.


राजनीति के विशेषज्ञों का मानना है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत से हुई सीएम शिवराज की मुलाकात के बाद अचानक बुलाई गई इस बैठक में कुछ नया होने का अनुमान है. माना जा रहा है कि कैबिनेट का विस्तार भी हो सकता है, क्योंकि मंत्रिमंडल में फिलहाल चार मंत्रियों के लिए जगह है. वर्तमान में सीएम के अलावा मंत्रिमंडल में 30 मंत्री शामिल हैं. इसके अलावा निगम मंडलों की भी कुछ नियुक्तियां बाकी है.


तीन मार्च को राष्ट्रपति का आगमन


बताया जा रहा है कि आगामी 3 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी मध्यप्रदेश आ रहीं हैं. राष्ट्रपति मुर्मू तीन मार्च को सांची में धम्म सम्मेलन में शामिल होंगी. इस बैठक में राष्ट्रपति के दौरे को लेकर भी चर्चा हो सकती है. इसके अलावा 19 फरवरी यानि आज सीएम के पौधारोपण अभियान को पूरे दो साल हो गए हैं. इसे लेकर भी कुछ प्लान तैयार किया जा सकता है, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को लाभ हो सके. 


ये भी पढ़ें: Hindu Rashtra: जेपी नड्डा के निर्देश पर बदले BJP नेताओं के सुर, सांसद खंडवा बोले- 'देश तो पहले से हिंदू राष्ट्र है'