मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 12 सितंबर को चिर-परिचित अंदाज में नजर आए. सीएम डॉ. यादव रतलाम जिले की सैलाना तहसील में खुद खेतों में उतरे और आपदा प्रभावित फसलों का जायजा लिया. उन्होंने किसानों से सीधे बात कर उनकी परेशानी जानी. उन्होंने लोगों को गले लगाकर कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ है और उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं होने देगी. प्रदेश के मुखिया ने किसानों से कहा कि आने वाला समय उनका है. सरकार किसानों के हित के लिए बड़े फैसले ले रही है. किसानों के लिए राज्य में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री का यही अंदाज हाल ही में शाजापुर जिले में भी देखने को मिला था.
किसानों को गले लगाकर दुख बांटा
गौरतलब है कि, प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सैलाना पहुंचते ही किसानों से संवाद करना शुरू कर दिया. उन्हें किसानों ने बताया कि उनकी फसलें प्राकृतिक आपदा का शिकार हो गई हैं. ये सुनने के बाद सीएम डॉ. मोहन खुद उनके साथ खेतों में उतर गए. उन्होंने अपने हाथों से फसलों का निरीक्षण किया. इस मौके पर उन्होंने किसानों को गले लगाकर उनका दुख बांटा. सीएम डॉ. मोहन ने किसानों से कहा कि प्रदेश सरकार हर कदम पर अन्नदाताओं के साथ खड़ी है. फसल की क्षति का त्वरित आंकलन किया जाएगा और किसानों को समय पर मुआवज़ा-आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी. किसानों को किसी तरह का नुकसान नहीं होने देंगे. बता दें, बारिश और कीट की वजह से प्रदेश के कुछ हिस्सों में फसलों को नुकसान हुआ है. सरकार खराब फसलों का पूरा सर्वे कराएगी.
भावुक कर देने वाला नजारा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जब सैलाना में किसानों से मिले तो वहां का नजारा भावुक कर देने वाला हो गया. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन किसानों की बात सुनकर भावुक हो गए. उन्होंने अन्नदाताओं का हाथ थामा और मदद का आश्वासन दिया. किसान जहां-जहां भी ले गए, वहां-वहां सीएम डॉ. यादव गए. उन्होंने फसलों को अपने हाथों में ले लिया और बड़ी बारीकी से किसानों की बात समझी. इस मौके पर उन्होंने कई बार अधिकारियों से भी बात की. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसानों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए.
किसान चौपाल में कही मन की बात
बता दें, प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में शाजापुर जिले में भी किसान चौपाल लगाई थी. उन्होंने जिले की पोलायकलां तहसील के खड़ी गांव में सोयाबीन की खराब फसल की जानकारी ली थी. किसानों से चर्चा के बीच उन्होंने कहा था कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ है और उन्होंने शाजापुर कलेक्टर को निर्देश दिए कि जिन किसानों को पिछले वर्षों की बीमा राशि नहीं मिली है, उनके प्रकरणों का निराकरण कराएं. आने वाले समय में शाजापुर जिले के किसानों को नर्मदा-पार्वती-चंबल-कालीसिंध लिंक परियोजना से पानी उपलब्ध कराया जाएगा. इससे गरीब किसानों के जीवन में बदलाव आएगा. उन्होंने कहा कि किसानों को अधिकतम लाभ दिया जाएगा. किसानों की जिंदगी बेहतर हो, इसके लिए केन्द्र-राज्य की सरकारें लगातार प्रयासरत हैं.
गौ-पालन से किसानों को होगा लाभ
किसान चौपाल में सीएम डॉ. मोहन यादव ने कामधेनु योजना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस योजना में किसानों से गाय का दूध खरीदा जाएगा. उन्होंने 25 गाय के पालन पर लगने वाली राशि 40 लाख पर सरकार द्वारा 10 लाख रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्रों में गायों के लिए गौशालाएं भी बनाई जाएगी. गौशालाओं को गायों के रखरखाव के लिए 40 रुपये प्रति गाय की दर से अनुदान दिया जाएगा. पांच हजार से अधिक पशु रखकर गौशाला संचालित करने पर भूमि भी उपलब्ध कराई जाएगी.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने “एक बगिया मां के नाम” योजना के बारे में बताया और कहा कि किसानों को एक एकड़ जमीन में फलोद्यान लगाने पर पहले साल 2 लाख रुपये तथा इसके अगले साल 55 हजार रुपये, इस प्रकार 3 साल तक अनुदान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में कपास उत्पादन को प्रोत्साहित कर रही है. इसके लिए धार जिले के बदनावर में “पीएम मित्रा” औद्योगिक पार्क विकसित किया जा रहा है. इसका शिलान्यास 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे.