Bhopal Bandh Against Pahalgam Terror Attack: कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. इस घटना में निहत्थे और निर्दोष हिंदुओं की पहचान कर, उनके परिजनों के सामने बेरहमी से हत्या कर दी गई. घटना ने जनमानस को झकझोर कर रख दिया है और देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं.
इसी कड़ी में भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने शनिवार, 26 अप्रैल को भोपाल बंद का आव्हान किया है. चेंबर के अध्यक्ष तेजकुलपाल सिंह पाली ने कहा कि यह बंद न सिर्फ हमले का विरोध है, बल्कि मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना और समर्थन व्यक्त करने का एक प्रतीकात्मक कदम भी है.
'अमानवीय और कायराना हरकत का जवाब'पाली ने कहा, “हम इस अमानवीय और निर्मम आतंकी हमले की कठोर शब्दों में निंदा करते हैं. हम सभी व्यापारियों से अपील करते हैं कि वे शनिवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखें और इस बंद को सफल बनाएं.”
व्यापारिक संगठनों से समर्थन की अपीलभोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स ने शहर के सभी व्यापारिक संगठनों से सहयोग की अपील की है. बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी व्यापारिक गतिविधियों को स्थगित रखने की बात कही गई है.
2 बजे तक बंद रहेंगे बाजारइंदौर में भी 26 अप्रैल की दोपहर 2.00 बजे तक बाजार बंद रखने की अपील की गई है. इस बंद का उद्देश्य आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाना है और हमले का विरोध करना है. इस दौरान केवल इमरजेंसी सर्विस जारी रहेंगी.
पहलगाम आतंकी हमलादक्षिण कश्मीर में आने वाले पहलगाम की बैसरन घाटी को 'मिनी स्विट्जरलैंड' कहा जाता है. यहां की खूबसूरती देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं और अपने परिवार के साथ यादगार समय बिताते हैं. हालांकि, 22 अप्रैल को यहां जो हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. मंगलवार 22 अप्रैल की दोपहर में यहां कुछ आतंवादी घुस आए और पर्यटकों को धर्म के आधार पर अलग कर दिया.
प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि पुरुषों को अपने परिवार से अलग करने के बाद उनसे कलमा पढ़ने को बोला गया. गैर-मुस्लिम, जो कलमा नहीं पढ़ सके, उन्हें निर्ममता से गोली मार दी गई और उनके परिवार वालों को जिंदा इसलिए छोड़ दिया गया कि वह जाकर सबको बता सकें कि धर्म पूछकर गोली मारी गई है.