मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से एक दुखद खबर सामने आई है. आमला न्यायालय में पदस्थ अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) तपेश कुमार दुबे का बुधवार (5 नवंबर) को अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. यह घटना तब हुई जब वे ग्राम लादी में निजी दौरे पर गए हुए थे.

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अधिकारियों के मुताबिक, 55 वर्षीय दुबे को अचानक तबीयत खराब महसूस हुई और कुछ ही पलों में उनकी हृदयगति रुक गई.

डॉक्टरों के पहुंचने से पहले ही हो गई मौत

घटना की पुष्टि करते हुए आमला के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) शैलेन्द्र बडोनिया ने बताया कि जैसे ही एडीजे की तबीयत बिगड़ी, मौके पर मौजूद अधिकारियों ने तुरंत डॉक्टरों को बुलवाया. हालांकि डॉक्टरों के पहुंचने पर जांच की गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

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एसडीएम बडोनिया ने बताया कि एडीजे तपेश कुमार दुबे एक अत्यंत समर्पित और ईमानदार अधिकारी थे. उन्होंने कहा, “यह पूरी न्यायिक सेवा के लिए एक बड़ी क्षति है. प्रशासन इस घटना से गहराई से स्तब्ध है.”

छिंदवाड़ा के रहने वाले थे एडीजे

जानकारी के अनुसार, तपेश कुमार दुबे मूल रूप से छिंदवाड़ा जिले के निवासी थे. वे कई वर्षों से न्यायिक सेवा में कार्यरत थे और अपने शांत, सरल और न्यायप्रिय स्वभाव के लिए जाने जाते थे. स्थानीय लोगों के बीच भी उनका काफी सम्मान था.

परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं. घटना की खबर लगते ही न्यायिक समुदाय के साथ-साथ पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई. उनके सहयोगियों और परिचितों ने कहा कि दुबे हमेशा समाज के कमजोर वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के पक्षधर थे.

अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके गृह नगर छिंदवाड़ा भेजा जा रहा है. वहां गुरुवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.