Mahant Dhirendra Krishna Shastri: मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) इन दिनों विरोधियों के निशाने पर है? उन पर जादू-टोना और अंधविश्वास को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे हैं. हालांकि, उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने अपने बचाव में कहा है कि ईसाई मिशनरियों के चंगुल में फंसे हिंदुओं की घर वापसी की उनकी मुहिम बहुत से लोगों को रास नहीं आ रही है. सोशल मीडिया पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भक्त और समर्थक यही कह रहे हैं. इन लोगों का आरोप है कि सुनियोजित साजिश के तहत गुरुजी को बदनाम किया जा रहा है. वहीं, बीजेपी के कई बड़े नेता भी धीरेंद्र शास्त्री के पक्ष में खुलकर सामने आ गए हैं.


दमोह जिले में कराया था धर्म परिवर्तन
गौरतलब है कि दिसम्बर माह में मध्यप्रदेश के दमोह जिले में अपनी कथा के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दावा किया था कि उन्होंने 165 परिवारों के 328 लोगों को क्रिसमस के दिन घर वापसी कराई थी. उन्होंने दावा किया था कि लोगों ने स्वेच्छा से इन लोगों ने ईसाई धर्म छोड़कर पुनः सनातन धर्म अपनाया है. इस दौरान बाकायदा आशीर्वाद गार्डन में एक बड़े अनुष्ठान का आयोजन किया गया था. इस समारोह में बागेश्वर धाम के महंत और कथा वाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी मौजूद थे. समारोह में हिंदू धर्म में वापसी करने वालों का शुद्धिकरण कराने के लिए पुरोहितों के जरिए हवन-पूजन कराया गया. इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी को शपथ दिलाई कि दोबारा हिंदू धर्म छोड़कर किसी और मजहब को नहीं अपनाएंगे.


धर्म परिवर्तन करने वालों ये बात बताई
इस दौरान घर वापसी करने वालों ने कहा कि उन्हें व उनके परिजनों को प्रलोभन देकर 2015 से 2017 के बीच ईसाई बनाया गया था.उन्हें अपना धर्म छोड़ने का सदैव रंज रहा.वह घर वापसी करना चाहते थे, पर कोई रास्ता नहीं मिल रहा था.घर वापसी की पहल जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर की तरफ से की गई तो उन्हें अपार खुशी हुई.


बाबा के समर्थन में आए बीजेपी नेता विजयवर्गीय
अब सोशल मीडिया में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कई बयान वायरल हो रहे हैं, जिसमें वे कह रहे है कि उन्हें बदनाम करने वाले सनातन धर्म के विरोधी है. यही बात बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी उनके समर्थन में कही है.उन्होंने कहा कि जावरा टेकड़ी पर लोग नाचते-कूदते हैं और ठीक होते हैं, वहां कोई प्रश्न चिन्ह नहीं लगता.बागेश्वरधाम सरकार को अपने इष्ट पर विश्वास है और वे लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं. उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म के प्रति लोगों की अनास्था है, जिसके कारण इस तरह के प्रश्न उठा रहे हैं.


ट्वीटर पर ट्रेंड हुए बाबा
सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर तो #बागेश्वर_धाम _सरकार दूसरे नम्बर पर ट्रेंड कर रहा है. @hemendra_tri नाम के हैंडल से हरेंद्र त्रिपाठी ने लिखा कि आखिरकार #बागेश्वर_धाम_सरकार के #धीरेंद्र_शास्त्री जी ने पत्रकारों के कैमरे पर अपनी शक्तियों का प्रमाण दे ही दिया. अब #सनातन_विरोधी पत्रकार/संगठन/समितियां/नेता ये वीडियो देखकर चुप्पी साधने वाले हैं. वहीं,कुछ लोग धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का विरोध भी कर रहे है. विंग कमांडर अनुपमा आचार्य ने आलोचना करते हुए ट्वीट किया कि, 'गोदी मीडिया से भी आगे ‘दण्डवत’ मीडिया तक की यात्रा!'


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