मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया जारी है. आयोग की इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह सटीक बनाना है. हालांकि, इस प्रक्रिया पर कई राजनीतिक दल सवाल उठा रहे हैं. दूसरी तरफ, समाज के कई वर्ग लोगों से एसआईआर में सक्रिय भागीदारी की अपील कर रहे हैं.

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इसी कड़ी में बुरहानपुर के मौलाना इकराम उल्लाह ने जनता से इस प्रक्रिया से जुड़ने की अपील की है. समाचार एजेंसी आईएएनएस से सोमवार को खास बातचीत में उन्होंने कहा कि एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची में किसी भी तरह की त्रुटि या चूक को दूर करना है, इसलिए हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह इस प्रक्रिया में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले.

'कोशिश करें कि कोई भी व्यक्ति छूट न जाए'

मौलाना ने कहा कि मेरी लोगों से अपील है कि जो एसआईआर का काम चल रहा है, उसमें शामिल हों और कोशिश करें कि कोई भी व्यक्ति छूट न जाए. बीएलओ से फार्म लेकर लोगों तक पहुंचें, फार्म भरवाएं और जल्द से जल्द उन्हें बीएलओ को वापस जमा करें. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बाहर रह रहे लोगों या अस्थायी रूप से पलायन कर चुके परिवारों को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाए ताकि उनकी पहचान मतदाता सूची में बनी रहे.

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मौलाना इकराम उल्लाह ने आगे कहा कि जो लोग बाहर जाने वाले हैं, उनके फार्म पहले ही भरवा लेना चाहिए ताकि मतदाता सूची में किसी नाम की कटौती या गलती न हो. उन्होंने इसे जिम्मेदारी वाला काम बताते हुए किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सलाह दी.

विपक्षी दलों का क्या है आरोप

आपको बताते चलें, एसआईआर को लेकर विपक्षी दलों का आरोप है कि बिहार के बाद अब मध्य प्रदेश सहित 12 राज्यों में एसआईआर के जरिए समाज के वंचित तबकों, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और गरीबों को मताधिकार के अधिकार से वंचित कर, मनुवादी व्यवस्था को लागू करने की साजिश का हिस्सा है, जिसके खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी.