Jharkhand News: झारखंड के जामताड़ा में पेपर लीक मामले को लेकर जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. नौकरी के इच्छुक अभ्यर्थियों के एक वर्ग ने झारखंड लोक सेवा आयोग (पीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए रविवार को चतरा और जामताड़ा जिलों के दो परीक्षा केंद्रों पर जमकर हंगामा मचाया. दूसरी तरफ झारखंड सरकार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आयोग की प्रारंभिक परीक्षा नियमों के मुताबिक आयोजित की गई.


चतरा के उपेन्द्रनाथ वर्मा इंटर कॉलेज में परीक्षा देने आये अभ्यर्थियों के एक वर्ग ने आरोप लगाया कि प्राचार्य कार्यालय में निर्धारित समय से पहले प्रश्नपत्र की सील तोड़ दी गई. उन्होंने प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. घटना की जानकारी मिलने पर उपायुक्त रमेश घोलप और एसपी विकास पांडे परीक्षा केंद्र पहुंचे.


 






पेपर लीक का आरोप निराधार


परीक्षा के नोडल अफसर व अतिरिक्त जिलाधिकारी अरविंद कुमार ने कहा कि प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप निराधार हैं. उन्होंने कहा कि एक कमरे में लगभग एक दर्जन परीक्षार्थी हंगामा कर रहे थे. जबकि केंद्र के आठ अन्य कमरों में परीक्षा शांतिपूर्वक हुई.


डीसी ने जांच का दिया भरोसा


जामताड़ा के मिहिजाम में जेजेएस कॉलेज में भी अभ्यर्थियों के एक वर्ग ने प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. उन्होंने दावा किया कि सामान्य अध्ययन का प्रश्नपत्र परीक्षा भवन तक लाए जाने से पहले ही खोल दिया गया था. घटना की जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त कुमुद सहाय और अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार परीक्षा केंद्र पहुंचे. डीसी कुमार ने कहा कि प्रश्नपत्र लीक होने की कोई संभावना नहीं है, हालांकि आरोपों की जांच की जाएगी.


वहीं, कथित वायरल वीडियो जिसमें कुछ छात्र परीक्षा हॉल के बाहर पेपर लिखते नजर आ रहे हैं, की जांच के लिए जामताड़ा प्रशासन ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. जामताड़ा उपायुक्त ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, ''रविवार यानी 17 मार्च 2024 को जेपीएससी (पीटी) परीक्षा से संबंधित वायरल वीडियो का मामला संज्ञान में आया है.’’


प्रतिपक्ष के नेता ने की जांच की मांग


एसआईटी का गठन उप विकास आयुक्त निरंजन कुमार के नेतृत्व में किया गया है, जिसे वीडियो की प्रामाणिकता की तुरंत जांच कर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है. जेपीएससी परीक्षा नियंत्रक असीम किस्पोट्टा ने कहा कि उन्हें इस संबंध में जिलों से अब तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. इस बीच, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने अभ्यर्थियों के आरोपों की विस्तृत जांच की मांग की है.


आजसू ने जताई चिंता


ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो ने प्रश्नपत्र लीक के आरोपों को गंभीर और चिंताजनक बताया. बता दें कि जनवरी में प्रश्नपत्र लीक होने के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) परीक्षा रद्द कर दी गई थी.


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