Jharkhand Crime News: झारखंड के मनोहरपुर से सनसनीखेज घटना सामने आई है. जहां कई दिन से लापता हुए समीर नाम के युवक का शव जंगल में पाया गया. वहीं पुलिस ने इस मामले में मृतक के दोस्त समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों को भी जब्त कर लिया है. 


दरअसल मृतक समीर की मां ने अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. छानबीन के दौरान बोड़ाम पुलिस के सहयोग से भादुडीह जंगल से एक युवक का शव बरामद किया गया. शव पूरी तरह से निर्वस्त्र था एवं उसका धड़ भी सर से अलग कहीं और फेंका गया था. पुलिस को आशंका हुई कि उक्त शव दो दिनों से गम्हरिया से लापता युवक समीर धल का है. साथ ही पुलिस को समीर की हत्या किये जाने की आशंका हुई. गम्हरिया पुलिस ने वह लावारिस शव अपने कब्जे में लिया मृतक की बहन से जब पहचान कराई गई तो वह शव समीर धल का ही निकला.


गुमशुदगी की दर्ज कराई थी रिपोर्ट 
29 जनवरी को समीर अपने दोस्त नीमडीह केतुंगा निवासी पद्मलोचन सिंह सरदार के साथ जमशेदपुर के डिमना जाने को निकला, जो घर लौटकर नहीं आया है. जानकारी देते हुए बताया गया कि वह पदमालोचन उर्फ सागर के साथ कोई व्यवसाय करता था और उस व्यवसाय से संबंधित पैसा लाने के लिए वह दिन आ गया था. वहीं समीर ने अपने परिवार वालों से 29 जनवरी की शाम साढ़े छह बजे अंतिम बार फोन से बात की थी इसके बाद शाम साढ़े सात बजे से ही समीर धन का फोन बंद हो गया. 


दोस्त ने की हत्या
मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने घटना में शामिल दो आरोपी मृतक का दोस्त पदमलोचन सिंह सरदार व उसके ममेरे भाई पंचानन सरदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं घटना में प्रयुक्त हथियार भी जब्त कर लिए गए हैं. घटना की जानकारी देते हुए एसडीपीओ हरविंदर सिंह ने बताया पश्चिमी सिंहभूम के मनोहरपुर वर्तमान में छोटा गम्हरिया निवासी अन्ना देवी ने 30 जनवरी को अपने बेटे समीर के लापता होने की रिपोर्ट गम्हरिया थाना में दी गयी थी, जिसमें समीर ने अपने पदमलोचन सिंह सरदार, ग्राम पूर्णापानी, थाना नीमडीह की नौकरी लगाने के नाम पर 9 लाख 20 हजार रुपये देने का जिक्र करते हुए पदमलोचन द्वारा ही अपहरण करने का आरोप लगाया गया था‌.


प्राप्त आवेदन को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू की गई. इसी क्रम में पदमलोचन को पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया. पहले तो उसने मामले से अनजान बन गया. इसके बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर पदमलोचन ने अपने दो दोस्त के साथ मिलकर बोड़ाम के भादूडीह जंगल में हत्या करने की बात स्वीकार को किया.


पूछताछ के क्रम में पदमलोचन ने पुलिस को बताया कि 29 जनवरी को पदमलोचन सिंह अपने ममेरा भाई पंचानन्द सिंह और उसका जिगरी दोस्त वरुण सिंह व समीर धल के साथ डांगडुग (बोड़ाम) मेला घुमने दो मोटर साईकिल से गया था. मेला में उनके द्वारा समीर को हड़िया/शराब पीला दिया।इस दौरान पंचानन्द मेला से दो चाकू खरीदकर बैग में रख लिया और एक मोटर साईकिल पर पंचानन्द,वरूण और समीर बैठ गया, जबकि दूसरे मोटरसाईकिल


जंगल में ले जाकर किया मर्डर
आरोपी ने बताया कि उसने समीर की हत्या की प्लानिंग की थी. मेल से लौटते समय सड़क किनारे सुनसान स्थान पर समीर का गला दबाने लगा. हल्ला करने पर ये लोग समीर को जंगल के अंदर ले जाकर उसका सर को धड़ से अलग कर दिया. इसके बाद उसके जूते और चाकू को वहीं जंगल में फेक दिया, जबकि समीर के शरीर से सारे कपड़े उतार दिए. वहीं कपड़ा, मोजा, पर्स हेलमेट और चाकु को बैग में रख लिया. इसके बाद मोटर साईकिल से करीब छह किमी आगे सतनाला नाला के पास करीब 50 फीट नीचे खाई में समीर के कटे सर व हेलमेट को फेंक दिया.


इसके बाद सबूत मिटाने के उद्देश्य से समीर के सारे कपड़े, कागजात को लेकर मुचीडीह तालाब के पास जला दिया. पुलिस बल के द्वारा छापामारी के क्रम में मृतक का धड़, कटा हुआ सर, घटना में प्रयोग किया गया चाकू व मोटर साईकिल को बरामद किया गया. वहीं हत्यारे से पूछे जाने पर कि इतना बड़ा प्लान उसने कैसे बनाया तो उनसने बताया कि क्राइम पेट्रोल देख कर उसे हत्या करने की का आईडिया सूझा था.


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