रांची में हर साल दुर्गा पूजा के अवसर अलग-अलग थीम पर तरह तरह के पंडास बनाए जाते हैं लेकिन एक पंडाल विवादों के बीच घिर गया है. रातू रोड में ‘वेटिकन सिटी’ थीम पर बनाए गए दुर्गा पूजा पंडाल को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कड़ी नाराजगी जताई है. संगठन का कहना है कि यह कदम हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धर्मांतरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
वहीं आयोजकों ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पंडाल की थीम केवल कला और स्थापत्य को प्रदर्शित करने के लिए चुनी गई है. इस विवाद ने शहर में धार्मिक भावनाओं और सांस्कृतिक विविधता के बीच संतुलन को लेकर चर्चा को तेज कर दिया है.
VHP की ओर से क्या कहा गया?
VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि दुर्गा पूजा पंडाल के प्रवेश द्वार पर ईसाई धार्मिक प्रतीक रखे गए हैं और अंदर मदर मैरी समेत अन्य ईसाई पात्रों की तस्वीरें प्रदर्शित की गई हैं. उन्होंने कहा कि अगर आयोजन समिति धर्मनिरपेक्षता को दिखाना चाहती है तो उन्हें गिरजाघर या मदरसे में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगाकर उदाहरण पेश करना चाहिए. बंसल ने यह भी कहा कि VHP की झारखंड इकाई इस मामले में जल्द ही कोई कड़ा कदम उठाने पर विचार कर रही है और आयोजकों से धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने व ईसाई प्रतीकों को हटाने की अपील की गई है.
आयोजकों ने कहा- हर बार किसी नई थीम अपनाते हैं
RR स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष विक्की यादव ने विहिप के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल कला और स्थापत्य के माध्यम से विविधता दिखाना है. उन्होंने बताया कि क्लब पिछले 50 सालों से दुर्गा पूजा आयोजित कर रहा है और हर बार किसी नई थीम को अपनाता है. इस साल उन्होंने 2022 में कोलकाता के श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब द्वारा बनाए गए वेटिकन सिटी थीम पंडाल से प्रेरणा ली है. पीटीआई को दिए बयान में यादव के अनुसार, देवी दुर्गा की पृष्ठभूमि में सेंट पीटर्स बेसिलिका, वेटिकन संग्रहालय और रोमन स्थापत्य स्थल को बनाने के लिए कोलकाता से विशेष कारीगरों को बुलाया गया है ताकि कला के स्तर पर एक नया अनुभव प्रदान किया जा सके.
यादव ने कहा कि कोलकाता में इस थीम को भारी भीड़ ने सराहा था और रांची में भी लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने दावा किया कि पंडाल की थीम से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंची है और पूजा पूरी तरह वैदिक परंपरा के अनुसार हो रही है. रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष ने भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और सभी समुदायों के लोग दुर्गा पूजा में शामिल होकर आनंद लेते हैं. उनका कहना है कि आयोजकों ने किसी भी धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कार्य नहीं किया है बल्कि कला, संस्कृति और विविधता को बढ़ावा देने का प्रयास किया है.