Jharkhand Assembly Election Result 2024: झारखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मतगणना को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. राजनीतिक नेता से लेकर कार्यकर्ता और आम लोग बेहद ही उत्सुकता से नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. 23 नवंबर को आने वाले नतीजे यह तय करेंगे कि राज्य में अगली सरकार बीजेपी के नेतृत्व वाला NDA बनाएगा या जेएमएम के नेतृत्व वाला गठबंधन एक बार फिर सत्ता पर काबिज होगा.
मतगणना से पहले रांची में स्ट्रांग रूम पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. काउंटिंग की पूरी प्रक्रिया मीडिया और उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की पूरी निगरानी में पारदर्शी तरीके से होगी. पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ‘स्ट्रांग रूम’ को पर्याप्त सुरक्षा और वीडियो निगरानी से सुदृढ़ किया गया है. काउंटिंग सेंटर के अंदर मोबाइल, तंबाकू, कटर, अस्त्र-शस्त्र, पान गुटखा, खाने का पैकेट, ज्वलनशील वस्तु, चाकू और पानी की बोतल ले जाने की मनाही है.
सुबह 8 बजे से शुरू होगी डाक मतपत्रों की गिनती
डाक मतपत्रों की गिनती सुबह आठ बजे शुरू होगी. वहीं, रुझान सुबह नौ बजे तक आने शुरू हो जाएंगे. इस बार मतदान रिकॉर्ड 67.74 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो 15 नवंबर 2000 को राज्य के गठन के बाद से सबसे अधिक है. निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, ''23 नवंबर को होने वाली मतगणना के लिए सभी केंद्रों पर व्यापक प्रबंध किए गए हैं और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग से पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. डाक मतपत्रों की निष्पक्ष गणना सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक टेबल का नेतृत्व एक एआरओ करेंगे.''
झारखंड में दो चरण में हुआ मतदान
अधिकारी ने कहा, ''पूरी प्रक्रिया मीडिया और उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की पूरी निगरानी में पारदर्शी तरीके से होगी, जिन्हें प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.'' प्रदेश में चुनाव दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को हुए. कुल 81 सीटों में से 43 निर्वाचन क्षेत्रों में पहले चरण में मतदान हुआ, जबकि दूसरे चरण में 38 सीटों पर मतदान हुआ.
इंडिया गठबंधन और NDA के बीच हुआ मुकाबला
राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत ‘इंडिया’ और BJP नीत एनडीए के बीच कड़ा चुनावी मुकाबला देखने को मिला, जिसमें झामुमो फिर सत्ता पर काबिज होने की कोशिश कर रहा है, जबकि बीजेपी सत्ताधारी गठबंधन से सत्ता छीनने के लिये प्रयासरत है. कुछ एग्जिट पोल का अनुमान है कि BJP के नेतृत्व वाला एनडीए सत्तारूढ़ झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को सत्ता से बाहर कर देगा, जबकि अन्य का अनुमान है कि झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन की वापसी होगी.
झारखंड में कई अहम सीटों पर लोगों की निगाहें टिकी
सभी की निगाहें उन प्रमुख सीटों पर होंगी जो प्रमुख राजनेताओं के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट से, उनकी पत्नी कल्पना ने गांडेय से, जबकि विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी (BJP) ने चंदनकियारी से चुनाव लड़ा है. कुल 1,211 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें धनवार में बीजेपी के बाबूलाल मरांडी और नाला में JMM के रवींद्र नाथ महतो शामिल थे.
अन्य प्रमुख नेताओं में महागामा से कांग्रेस की दीपिका पांडे सिंह, जामताड़ा से सीता सोरेन (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी), सिल्ली से ‘ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन’ (आजसू) प्रमुख सुदेश महतो और सरायकेला से पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल थे. चुनाव प्रचार के दौरान एनडीए ने भ्रष्टाचार और घुसपैठ को लेकर JMM नीत गठबंधन पर हमला किया और जमानत पर बाहर आए मुख्यमंत्री सहित सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की आलोचना की.
दूसरी ओर, सत्तारूढ़ पक्ष ने कल्याणकारी योजनाओं के वादों और बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर प्रतिद्वंद्वी दलों के खिलाफ ईडी और सीबीआई को “उतारने” का आरोप लगाकर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया. हेमंत सोरेन ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी ने उनके खिलाफ “दुर्भावनापूर्ण अभियान” पर 500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए.
झारखंड में 2019 में क्या रहा परिणाम
राज्य में 2019 के चुनावों में, एसटी आरक्षित सीटों में से JMM ने 19, कांग्रेस ने छह, बीजेपी ने दो और जेवीएम (पी) ने एक सीट जीती थी. एससी सीटों में से झामुमो 2, बीजेपी 6 और आरजेडी 1 सीट हासिल करने में कामयाब रही थी.
2019 के विधानसभा चुनावों में मुकाबला कांटे का रहा था, जिसमें JMM ने 30 सीटें जीतीं और बीजेपी को 25 सीटें मिलीं, जबकि 2014 में उसे 37 सीटों पर जीत मिली थी. झामुमो-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन 47 सीटों के साथ आसानी से बहुमत हासिल करने में सफल हुआ था.
ये भी पढ़ें:
झारखंड विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले बाबूलाल मरांडी का बड़ा दावा, बता दिया अपना आंकड़ा