Jharkhand Naxalite Surrender: झारखंड (Jharkhand ) में पुलिस के प्रयासों को असर देखने को मिल रहा है. 2 लाख के इनामी नक्सली (Naxalite) संजय प्रजापति (Sanjay Prajapati) ने पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा (DIG Rajkumar Lakra) और लातेहार एसपी अंजनी अंजन के सामने सरेंडर कर दिया है. संजय प्रजापति प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद का सब जोनल कमांडर रहा है. सरेंडर करने के बाद डीआईजी और एसपी ने झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत 2 लाख का चेक प्रदान किया, उसे अन्य योजनाओं का लाभ भी मिलेगा. संजय प्रजापति पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण (Surrender)  करने के लिए अपनी पत्नी के साथ पहुंचा था.


'कई भाई मुख्यधारा से भटके हुए हैं'
पुलिस के अनुसार, संजय प्रजापति वर्ष 2013 से जेजेएमपी में सक्रिय था, वो लातेहार (Latehar) जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव का रहने वाला है. पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लाकड़ा ने कहा कि झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति काफी आकर्षक है. अभी भी हमारे कई भाई मुख्यधारा से भटके हुए हैं, उन्हें सही रास्ते पर लौट आना चाहिए और आत्मसमर्पण नीति का का लाभ लेते हुए एक आम नागरिक की तरह जीवन बसर करना चाहिए.


माओवादी ने भी किया था सरेंडर 
यहां ये भी बता दें कि, झारखंड के हजारीबाग (Hazaribagh) में हाल ही में 28 वर्षीय एक माओवादी ने भी आत्मसमर्पण कर दिया था जो 15 मामलों में वांछित था. पूरे मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया था कि, भाकपा (माओवादी) का स्वयंभू क्षेत्र कमांडर अनिल भुइयां उर्फ अनिल रिखियासन ने अपनी .303 राइफल और बड़ी मात्रा में कारतूस के साथ उपायुक्त नेंसी सहाय और पुलिस अधीक्षक मनोज रत्न चोथे के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि भुइयां भाकपा (माओवादी) के स्वयंभू जोनल कमांडर दुर्योधन महतो उर्फ मिथिलेश के दस्ते का एक प्रमुख सदस्य था और उसने लातेहार और हजारीबाग जिलों में कई अपराध किए थे. 


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