झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन के बाद राज्य सरकार ने तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है. झारखंड सरकार ने 4 अगस्त से 6 अगस्त 2025 तक सभी निर्धारित सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.
बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार के सभी कार्यालय 4 और 5 अगस्त को बंद रहेंगे. इस दौरान सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.
दिल्ली के अस्पताल में थे भर्ती
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संरक्षक शिबू सोरेन को गुर्दे संबंधी समस्याओं के कारण दिल्ली में सर गंगा राम अस्पताल में 19 जून को भर्ती कराया गया था. आज (सोमवार, 4 अगस्त) सुबह आठ बजकर 56 मिनट पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. निधन के बाद मुख्यमंत्री और उनके बेटे हेमंत सारेन ने एक्स पर लिखा, ‘‘आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सबको छोड़कर चले गए... मैं आज ‘शून्य’ हो गया हूं.’’
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित
11 मई 1944 को झारखंड के हजारीबाग जिले के निमरा गांव में शिबू सोरेन का जन्म हुआ था. सोरेन ने वहीं के गोला हाईस्कूल से मैट्रिक तक की पढ़ाई की. पेशे से किसान सोरेन जाने माने आदिवासी नेता थे. उन्हें लोग दिशोम गुरु और गुरूजी के नाम से पुकारते थे.
शिबू सोरेन के निधन के बाद राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. सोरेन को श्रद्धांजलि देने के अलावा सदन में आज और कोई कामकाज नहीं हुआ. वो राज्यसभा के सदस्य थे.
मनमोहन सिंह सरकार में रहे मंत्री
शिबू सोरेन 2005 से 2010 के बीच तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे. मनमोहन सिंह की सरकार में 2004 से 2006 तक केंद्रीय कोयला मंत्री रहे. हरिवंश ने बताया कि सोरेन तीन बार राज्यसभा के सदस्य रहे. इसमें उनका वर्तमान कार्यकाल भी शामिल है, जिसके लिए वह जून 2020 में निर्वाचित हुए थे.