Hazaribagh Violence News: झारखंड के हजारीबाग में रामनवमी के उत्सव के दौरान पथराव की घटना हुई है और दो गुटों के बीच मारपीट की जानकारी सामने आई है. इस पर जिला प्रशासन का बयान आया है और उसका कहना है कि इलाके में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात हैं. सत्ता पक्ष की ओर से कहा जा रहा है कि सरकार इस पर संज्ञान लेगी. वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर तुष्टिकरण करते हुए कार्रवाई करने के आरोप लगाए हैं.

हजारीबाग की डीएम नैंसी सहाय ने कहा, ''हजारीबाग के झंडा चौक पर रामनवमी उत्सव के तहत मंगला जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हाथापाई और हल्का पथराव हुआ. जुलूस के दौरान एक समूह कुछ गाने बजा रहा था, जिस पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई, जिसके परिणामस्वरूप हाथापाई और पथराव हुआ. फिलहाल, स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है. मौके पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.''

तुष्टिकरण के तहत न हो कार्रवाई- मरांडी

पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर आरोप लगाया कि वह तुष्टिकरण के तहत मामले में कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा, "रामनवमी के जुलूस पर जिस प्रकार से पत्थर चला और दुकानें लूटी गईं, मैं समझता हूं कि सोची समझी साजिश के तहत हिंदुओं के पर्व त्योहारों पर हमला हो रहा है. हमले के पीछे तुष्टिकरण नीति है. जगह-जगह सीसीटीवी कैमरा लगा देना चाहिए. साथ ही घरों की छत पर भी कैमरा लगाना चाहिए कोई भी व्यक्ति अगर कहीं हुड़दंग करता है और पत्थर चलाता है तो उनपर कार्रवाई होनी चाहिए."

हिंदुओं के त्योहार में ही होता है हमला- मरांडी

उन्होंने आगे कहा, ''कार्रवाई में तुष्टिकरण नहीं होना चाहिए. किसी जगह मुहर्रम के जुलूस में हमला नहीं किया जाता, शुक्रवार के नमाज में हिंदू हमला नहीं करते हमला तब होता है जब हिंदुओं का त्योहार होता है. हिंदुओं के त्योहार, जुलूस और मूर्ति विसर्जन में पत्थर चलते हैं और हमला किए जाते हैं. हमले रुकने चाहिए.''

सत्ता पक्ष ने किसे बताया जिम्मेदार?

उधर, मंत्री सुदिव्य कुमार ने सरकार विरोधियों पर हमला करते हुए कहा, "इन घटनाओं का मूल कारण आपसे छिपा नहीं है. हजारीबाग अगर एक प्रयोग भूमि के रूप में केंद्र बन गया है, तो सरकार इसका संज्ञान जरूर लेगी. मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि झारखंड की जनता ने ऐसे विद्रोही लोगों, ऐसे फ्रिंज तत्वों का स्वागत नहीं किया है. अगर राजनीतिक दल जनता के जनादेश को समझने में चूक कर रहे हैं, तो 2019, 2024 के बाद शायद 2029 में उन्हें इसका प्रभाव देखने को मिलेगा."