Jharkhand News: झारखंड के हजारीबाग जिले में मंगलवार को स्कूल से भागकर लोटवा बांध पर पिकनिक मनाने गए 12वीं कक्षा के छह छात्रों की डूबने से मौत हो गई. अधिकारियों ने  जानकारी देते हुए बताया कि छात्रों की उम्र 17 से 18 साल के बीच थी. उन्होंने बताया कि घटना पूर्वाह्न करीब 11 बजे लोटवा बांध में हुई, जो हजारीबाग शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है.


पुलिस अक्षीक्षक (एसपी) मनोज रतन चौथे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, कक्षाओं में भाग लेने के बजाय, 7 छात्र अपने माता-पिता या स्कूल को सूचित किए बिना लोटवा बांध के लिए निकल गए.


जलाशय में डूबे छात्र
एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि जलाशय पहुंचने के बाद, उन्होंने स्नान करने का फैसला किया. सबसे पहले, दो छात्र जलाशय में चले गए और डूबने लगे. यह देखकर अन्य लोग वहां पहुंच गए. किनारे पर मौजूद लोग उन्हें बचाने के लिए जलाशय में कूद गए. लेकिन कुछ ही मिनट में छह छात्र डूब गए, जबकि एक को बचा लिया गया.


शवों को पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है. इचक पुलिस ने कहा कि वह जीवित बचे सोनू साव से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि वे स्कूल से भागकर बांध पर क्यों गए थे.


स्कूल बंक कर पहुंचे थे जलाशय
मृतकों की पहचान रजनीश पांडे (ओकनी), सुमित कुमार (भुसाई गांव, इचाक), मयंक सिंह (हजारीबाग शहर), परमेश्वर गोप (दीपुगढ़ा), ईशांत सिंह (पीटीसी चौक) और शिव सागर (मटवारी) के रूप में हुई है. स्कूल के प्रिंसिपल ने दावा किया कि छात्र मंगलवार सुबह वर्दी पहनकर अपने घरों से निकले, लेकिन कक्षाओं में शामिल नहीं हुए और इसके बजाय बांध पर चले गए.


उन्होंने कहा कुल मिलाकर, 12वीं कक्षा के 18 छात्र अनुपस्थित थे. झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छात्रों की मौत पर शोक व्यक्त किया है.


राज्यपाल ने घटना पर जताया दुख
राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ''हजारीबाग जिले के लोटवा बांध में छह बच्चों के डूबने की खबर सुनकर बेहद दुख और पीड़ा हुई. मैं उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. इस दुख की घड़ी से उबरने में ईश्वर उन्हें शक्ति प्रदान करे. 


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी जताया दुख
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ‘एक्स’ पर लिखा ईश्वर इस दुर्घटना में मारे गए बच्चों की आत्मा को शांति दे और इस मुश्किल घड़ी में दुख से उबरने के लिए परिवार को शक्ति दे. शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शवों को अंतिम संस्कार के लिए उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है.


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