जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश और भूस्खलन से बंद पड़ा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग जल्द ही बहाल हो सकता है. केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि हाईवे की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर चल रहा है और अगले एक-दो दिनों में इसके दोबारा खुलने की संभावना है.

डॉ. सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “जिले में सड़क बहाली का काम तेजी से चल रहा है. 400 क्षतिग्रस्त सड़कों में से 50% से ज़्यादा को पहले ही बहाल कर दिया गया है, और कई और जल्द ही फिर से खुल जाएँगी.”

उन्होंने आगे कहा, “लगातार बारिश और प्रतिकूल मौसम के बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग का जीर्णोद्धार कार्य जारी है. इसके जल्द ही चालू होने की उम्मीद है, शायद एक या दो दिनों में, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि मौसम कितना अनुकूल रहता है ताकि तेजी से काम सुनिश्चित हो सके.”

बारिश ने फिर बढ़ाई मुश्किल

जानकारी के मुताबिक, उधमपुर के थरद इलाके में राजमार्ग का लगभग 250 मीटर हिस्सा भूस्खलन और भारी बारिश से दब गया है. शुक्रवार तक कुछ हिस्सा साफ कर लिया गया था, लेकिन शनिवार तड़के आधे घंटे की मूसलाधार बारिश ने उसे फिर से नुकसान पहुंचा दिया.

एक अधिकारी ने बताया कि “हमने कर्मचारियों और मशीनों को तैनात कर दिया है और जल्द से जल्द मुख्य मार्ग को फिर से खोलने के लिए काम शुरू कर दिया है.”

एनएचएआई का युद्धस्तर पर काम

उधमपुर-रियासी रेंज के यातायात उपाधीक्षक जतिंदर सिंह ने कहा कि एनएचएआई के कर्मचारी और मशीनें मौके पर जुटी हैं. उन्होंने बताया कि हाईवे को बहाल करने के लिए ब्लास्टिंग तक करनी पड़ रही है.

डीवाईएसपी जतिंदर सिंह ने कहा, “एनएचएआई अपना काम कर रहा है ताकि लोगों को पैदल राजमार्ग पार करने में परेशानी न हो और छोटे वाहनों के लिए सिंगल-वे यातायात जल्द ही बहाल कर दिया जाएगा.”

10 दिन से ज़्यादा समय से बंद है हाईवे

उधमपुर में बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले दस दिनों से बंद है. अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान सैकड़ों वाहन, जिनमें ज्यादातर ट्रक शामिल हैं, दोनों ओर फंसे हुए हैं. भारी बारिश, भूस्खलन और पहाड़ियों से पत्थर गिरने से जगह-जगह सड़क का बड़ा हिस्सा बह गया है.

वैकल्पिक मार्गों का हाल

इस बीच, पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां से जोड़ने वाला मुगल रोड हल्के वाहनों के लिए खुला है. वहीं किश्तवाड़-सिंथन-अनंतनाग मार्ग चौथे दिन भी बंद है, हालांकि सड़क को खोलने के लिए बड़े पैमाने पर सफाई अभियान जारी है.

स्थानीय लोग और ट्रक ड्राइवर लंबे समय से राजमार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं. डॉ. जितेंद्र सिंह के बयान से लोगों में उम्मीद जगी है कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो अगले एक-दो दिन में यह महत्वपूर्ण मार्ग फिर से चालू हो जाएगा और जम्मू-कश्मीर का जरूरी सड़क संपर्क बहाल हो जाएगा.