Ramban Landslide News: जम्मू के रामबन में भूस्खलन की घटना में तीन लोगों की मौत और यातायात ठप होने से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने सीएम उमर अब्दुल्ला सोमवार को हालात का जायजा लेने वहां पहुंचे. सीएम का काफिला रामबन पहुंचते ही स्थानीय लोगों ने उनके कार को रोक लिया. लोगों का कहना था रामबन भूस्खलन और बाढ़ आने के बाद से कई तरह की समस्याएं उठ खड़ी हुई हैं. सीएम पहले लोगों से जुड़ी समस्याओं पर बात करें. 

स्थानीय लोगों की नाराजगी को देखते हुए सीएम की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों ने लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश की. इस बीच सीएम उमर अब्दुला कार के दरवाजे को खोलकर लोगों से बातचीत की. 

सीएम उमर अब्दुल्ला ने लोगों से कहा कि कार को आगे जाने दीजिए. हम आपकी सभी समस्याओं का समाधान अधिकारियों से कराएंगे. इसके बाद लोगों ने सीएम के काफिले को आगे जाने दिया. 

राहत कार्य में तेजी लाने पर जोर 

रामबन का जायजा लेने के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अधिकारियों से कहा, "काम में जितनी तेजी लाई जा सकती है, उसमें तेजी लाएं. हमारी पहली प्राथमिकता थी कि लोगों की कीमती जान ना जाए। हमने लोगों को मौके से निकाला और उन्हें दूसरी जगहों पर बसाया. हमारी दूसरी प्राथमिकता सड़क को जोड़ना और यातायात को बहाल करना है. सड़क मार्ग चालू हुए बगैर यहां तक राहत सामग्री लाना मुश्किल होगा." 

 बादल फटने के बाद से बंद है राष्ट्रीय राजमार्ग

बता दें कि रविवार को जम्मू के रामबन में बादल फटने के बाद प्रभावित हुए जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार को भी यातायात के लिए बहाल नहीं हो पाया. हालांकि, हाईवे को खोलने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. दरअसल, जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन के पास सेरी इलाके में पहाड़ से आए मालबे की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग को ध्वस्त कर दिया, जिसके चलते रविवार से हाईवे बंद है.  इसका सीधा असर यह हुआ कि श्रीनगर से जम्मू की तरफ आने वाली और जम्मू से श्रीनगर की तरफ जाने वाले वाहन हाईवे पर फंसे हुए हैं. इन वाहनों में फंसे ड्राइवर और यात्रियों का दावा है कि खराब मौसम में उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं और बारिश और पहाड़ से लगातार पत्थरों के गिरने से यात्रियों और ड्राइवर की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

24 घंटे में चालू हो जाएगा हाईवे पर यातायात- सीएम 

सीएम उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, "अफसरों ने हमें यकीन दिलाया है कि अगले 24 घंटे में यह हाईवे सिंगल ट्रैक पर खोल दिया जाएगा. मुझे पूरी उम्मीद है कि सरकार की ओर से हमें जो मदद मिलनी चाहिए वह मिलेगी. हमारा पूरा प्रयास है कि अगले 24 घंटे के भीतर हाईवे खोला जाए, लेकिन आगे ऐसे हालात ना बनें इसका भी प्रयास किया जाएगा.  मेरा प्रयास होगा कि हम नेशनल हाईवे अथॉरिटी और खासकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का भी सहयोग हासिल करें."