Jammu Kashmir News: राजौरी जिले के बद्दल इलाके में संदिग्ध मौतों का रहस्य बरकरार है. पिछले 40 दिनों के दौरान रहस्यमय परिस्थितियों में 13 लोगों की मौत हुई है. मरनेवालों में 11 बच्चे भी शामिल हैं. मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है. स्वास्थ्य विभाग में मौतों के पीछे वायरस को वजह मानने से साफ इनकार किया है. स्वास्थ्य मंत्री सकीना इटू ने कहा कि शुरुआत में 5 संदिग्ध मौत का मामला सामने आया था. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इलाके में जाकर करीब 3500 लोगों का चेकअप किया. सैंपल्स लेकर जांच के लिए भेजा गया है. उन्होंने दावा किया कि सैंपल में पानी और खाद्य सामग्री भी शामिल थी. 

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि हादसे के कुछ दिन बाद तीन और लोगों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया. स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे राज्यों से विशेषज्ञों की टीम बुलवाकर जांच शुरू की. बीमार लोगों को जीएमसी राजौरी और जीएमसी जम्मू रेफर किया गया. स्वास्थ्य मंत्री सकीना इटू ने कहा, "40 दिन बाद तीसरी बार लोगों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ है. सभी सैंपल के टेस्ट भी नेगेटिव आए हैं. सैंपल की जांच में कोई ऐसा वायरस नहीं पाया गया जिससे हम यह कह सकें कि मामला स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ है."

संदिग्ध मौतों का रहस्य बरकरार

उन्होंने कहा कि कोई बीमारी नहीं है. सभी मौतें तीन परिवारों के बीच की हैं. तीनों परिवार आपस में रिश्तेदार हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "40 दिनों में स्वास्थ्य विभाग ने सभी टेस्ट किया. अगर कोई बीमारी होती तो 40 दिन में फैल जाती. अब संदिग्ध मामला जांच का विषय है. राजौरी का पुलिस विभाग और जिला प्रशासन संदिग्ध मौतों के कारण का पता लगाएगा." बद्दल इलाके के लोग संदिग्ध मौतों से डरे हुए हैं. लोगों की मांग है कि इलाके में महामारी की तरह फैल रही संदिग्ध बीमारी का पता लगाने के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम का गठन किया जाए. 

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