जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में गुरुवार (14 अगस्त) को बादल फटने की घटना के बाद भारी तबाही हुई है. शनिवार (16 अगस्त) को लगातार तीसरे दिन बचाव और राहत अभियान जारी है. सीएम उमर अब्दुल्ला ने बताया कि किश्तवाड़ के चिशोती इलाके में भीषण आपदा में अब तक 55 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. 70-80 लोग अभी भी लापता हैं. सीएम अब्दुल्ला ने ये भी कहा कि हर संभव मदद का प्रयास कर रहे हैं लेकिन किसी जान की आप कीमत लगा नहीं सकते हैं.
किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, "कई लोगों की जान चली गई है और कई लोग अभी भी लापता हैं. लगभग 55 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 100 से ज़्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से कुछ को इलाज के लिए जम्मू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है."
70 से 80 लोग अभी भी लापता- उमर अब्दुल्ला
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने शनिवार को इस त्रासदी से प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उन्होंने बताया, ''70 से 80 लोग अभी भी लापता हैं. ये नंबर बदलता रहेगा. जब मैं वहां से वापस आ रहा था तो खबर आई कि डैम साइट पर एक लाश मिली है. ये बादल फटने के बाद सैलाब में बह गए थे. हालात अभी काफी मुश्किल हैं. हमारी कोशिश है कि जितना हो सके रेस्क्यू का काम हम करेंगे. हम ये भी कोशिश करेंगे कि जितने लोग लापता हैं, उनकी रिकवरी हो. उसके बाद राहत एवं पुनर्वास का काम हो.
किसी जान की आप कीमत लगा नहीं सकते- उमर अब्दुल्ला
सीएम ने आगे कहा, ''कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं और उन तक भी राहत पहुंचाने का काम जारी है. त्रासदी में बहुत अधिक माली नुकसान हुआ है. जानी नुकसान का तो कोई मुआवजा दे नहीं सकते, थोड़ी सी उनकी मदद करते हैं. किसी जान की आप कीमत लगा नहीं सकते हैं. हमारी आज भी कोशिश है कि अगर हम कुछ कीमती जानें बचा सकें तो करेंगे और उसके बाद रिकवरी का काम है.''
हम पीड़ितों के साथ हैं- उमर अब्दुल्ला
CM उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम पीड़ितों के साथ हैं, उनके दुख दर्द को समझते हैं. ये बहुत ही अफसोसजनक वाकया हुआ है, लेकिन इस मुश्किल दौर में हुकूमत उनके साथ है. जितना हम कर सकेंगे, उनके लिए हम करेंगे.