कश्मीर यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर निलोफर खान के कार्यकाल को दो साल के लिए बढ़ा दिया गया है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसकी मंजूरी दी. 16 मई को एलजी ने कार्यकाल विस्तार को मंजूरी दे दी. वह अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही थीं. वाइस चांसलर के पद पर प्रो निलोफर खान की नियुक्ति 19 मई 2022 को हुई थी.

यूनिवर्सिटी की पहली महिला वाइस चांसलर

प्रो निलोफर खान ने इस पद पर काबिज होते ही इतिहास रच दिया. यूनिवर्सिटी के 74 सालों के इतिहास में वो पहली महिला बन गईं जिन्होंने इस पद को ग्रहण किया. उनका नया कार्यकाल 19 मई 2025 से पूरा होगा.

एलजी मनोज सिन्हा कश्मीर यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं. कश्मीर और जम्मू विश्वविद्यालय अधिनियम, 1969 की धारा 12(5) के चांसलर मनोज सिन्हा ने इसे मंजूरी दी और उपराज्यपाल सचिवालय की तरफ से आदेश जारी किया गया. 

कई अहम पदों पर सेवाएं दे चुकी हैं प्रोफेसर निलोफर खान

कार्यकाल बढ़ाने के फैसले को यूनिवर्सिटी में हुए सुधारों में प्रो निलोफर खान के योदगान की सराहना के तौर पर देखा जा रहा है. इस फैसले का यूनिवर्सिटी ने स्वागत किया गया है. इस पर काबिज होने से पहले प्रोफेसर निलोफर खान यूनिवर्सिटी में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं.

प्रोफेसर तलत अहमद के बाद बनीं वीसी

वाइस चांसलर बनने से पहले वो होम साइंस डिपार्टमेंट में बतौर प्रोफेसर अपनी सेवाएं दे रही थीं. उनसे पहले प्रोफेसर तलत अहमद इस पद पर काबिज थे. उनकी नियुक्ति अगस्त 2018 में हुई थी. उन्होंने बतौर वाइस चांलसर अपना दो कार्यकाल पूरा किया था.

तीन दशकों से ज्यादा का अनुभव

शिक्षा के क्षेत्र में प्रोफेसर निलोफर खान के पास तीन दशकों से ज्यादा का अनुभव है. वो रजिस्ट्रार और डीन कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल पद पर भी सेवा दे चुकी हैं. इतना ही नहीं, यूनिवर्सिटी के डीन स्टूडेंट वेलफेयर पद पर काबिज होने वाली भी वो पहली महिला हैं.