Srinagar News: जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग और पहलगाम में शीतलहर का असर तेज हो गया है जहां तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे गिर गया है. टूरिस्ट रिजॉर्ट गुलमर्ग में रात का तापमान शून्य से 10 डिग्री नीचे दर्ज किया गया जो कि पिछले रात से दो डिग्री कम है. गुलमर्ग पर्यटकों में स्कीइंग के लिए लोकप्रिय है. घाटी के दूसरे हिस्से में लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली है.

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हिमपात का लुत्फ लेने आए सैलानियों में खुशी देखी जा रही है लेकिन मौसम की इस प्रतिकूल परिस्थितियों में आम कश्मीरियों को मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा रहा है. दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हर साल वार्षिक अमरनाथ यात्रा का बेस कैम्प  लगाया जाता है जहां रात का तापमान माइनस 9.2 डिग्री सेल्सियस था जबकि एक रात पहले तापमान माइनस 8.5 डिग्री सेल्सियस था. श्रीनगर में रात के तापमान में गिरावट आई. यहां तापमान माइनस 0.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो कि इस वक्त के सामान्य मौसम से एक डिग्री अधिक है.

कुपवाड़ा में शून्य से ऊपर तापमान

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कश्मीर का गेटवे कहे जाने वाले काजीगुंड में न्यूनतम तापमान माइनस 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि परमपोर के कोनीबेल में तापमान माइनस 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि दक्षिण कश्मीर कोकेरनाग में तापमान माइनस 1.0 डिग्री सेल्सियस रहा. कुपवाड़ा घाटी में एकमात्र जगह है जहां तापमान शून्य से ऊपर रहा.

40 दिन के चिल्लई-कलां का दौर जारी

कश्मीर में इस वक्त 'चिल्लई-कलां' का दौर चल रहा है जिस दौरान भीषण ठंड पड़ती है. इसकी शुरुआत 21 दिसंबर को हुई है. 40 दिन की अवधि में सबसे अधिक हिमपात होता है जिस दौरान तापमान में गिरावट आती है. जबकि 30 जनवरी को समाप्त हो रही इस अवधि के बाद भी शीतलहर का असर रहता है. इसके बाद 20 दिनों कि चिल्लाई-खुर्द और फिर 10 दिन का चिल्लई-बच्चा शुरू होता है.

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