24 मार्च से जम्मू के कठुआ ज़िले में जारी एनकाउंटर को लेकर सुरक्षाबलों ने बड़ा खुलासा किया है. उनके अनुसार, आतंकवादी मुठभेड़ के दौरान नशा कर रहे थे और वे जम्मू-कश्मीर में लंबी योजना के तहत आए थे. कठुआ में मीडिया से बातचीत के दौरान ज़िले के एसएसपी शोभित सक्सेना ने बताया कि पिछले एक महीने में कठुआ जिले में चार स्थानों पर सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई.

दो आतंकी ढेर, चार जवान शहीद

इन मुठभेड़ों में दो आतंकियों को मार गिराया गया, जबकि जम्मू-कश्मीर पुलिस के चार जवान शहीद हुए. पुलिस के मुताबिक, इन दो आतंकियों को विभिन्न स्थानों पर घेराबंदी कर मार गिराया गया.

'आज भी कुछ आतंकी भागे हैं'

एसएसपी ने बताया, “आज भी कुछ आतंकी भागे हैं और हम उनके पीछे लगे हुए हैं. हमें उम्मीद है कि बाकी आतंकियों को भी जल्द ही उनके अंजाम तक पहुंचा दिया जाएगा.” उन्होंने कहा कि इस एनकाउंटर के बाद पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और इन आतंकियों को आगे बढ़ने का कोई मौका नहीं दिया जाएगा.

विस्फोटक और मेडिकल किट भी बरामद

कठुआ में हुई मुठभेड़ों के दौरान सुरक्षा बलों को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद मिला है. बरामद सामग्री में दो एके-47 राइफलें, एक M4 राइफल, बड़ी संख्या में मैगजीन और कारतूस शामिल हैं. इसके अलावा विस्फोटक और मेडिकल किट भी बरामद किए गए हैं.

आतंकियों के पास से मिली नशे की खेप

एसएसपी सक्सेना ने बताया कि बरामद सामग्री से यह स्पष्ट होता है कि आतंकी लंबे समय तक जम्मू-कश्मीर में रहने के उद्देश्य से आए थे. अब वे कठुआ क्षेत्र में बिना हथियारों और सामान के इधर-उधर घूम रहे हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि आतंकियों के पास से नशे की खेप भी बरामद हुई है, जिसमें हीरोइन शामिल है. इससे यह प्रतीत होता है कि वे यह नशा खुद के उपयोग के लिए लाए थे.

पुलिस ने यह भी दावा किया है कि आतंकियों के पास से बरामद विस्फोटक इस ओर इशारा करता है कि वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. कठुआ पुलिस के अनुसार, आतंकियों की बड़ी साजिश का पहला चरण सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया है. अब उनके पास मौजूद विस्फोटक और हथियार पुलिस के कब्जे में हैं.

'दोबारा घुसपैठ का मौका नहीं देंगे'

पुलिस का कहना है कि यह चार से पांच आतंकियों का एक समूह था, जो हाल ही में सीमा पार कर भारत में दाखिल हुआ था. इनमें से दो मारे जा चुके हैं. हमें यह भी जानकारी है कि बाकी आतंकी किस इलाके में छिपे हुए हैं और उन्हें भी जल्द उनके अंजाम तक पहुंचा दिया जाएगा. एसएसपी ने कहा, "जिन पारंपरिक रास्तों से ये आतंकी जम्मू में घुसे थे, वे अब पूरी तरह उजागर हो चुके हैं. हमें नहीं लगता कि अब हम इन आतंकियों को इन पारंपरिक रास्तों से दोबारा घुसपैठ करने का मौका देंगे.