जम्मू-कश्मीर से एक ट्रेकर के वायरल वीडियो ने सभी को हिलाकर रख दिया है. ट्रेकर द्वारा बनाए गए वीडियो में ऐसा लग रहा है कि इलाके में बड़े पैमाने पर और अंधाधुंध पेड़ों की कटाई हो रही है, जिससे जंगल की सुरक्षा और जमीनी स्तर पर नियमों के पालन पर सवाल उठ रहे हैं. वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर घाटी इस समय ग्लोबल वार्मिंग और बदले हुए मौसम के पैटर्न के कारण खराब मौसम का सामना कर रही है. वहीं तंगमर्ग, बारामूला के धनवास ड्रंग इलाके की ओर जा रहे एक ट्रेकर द्वारा बनाया गया एक वायरल वीडियो गंभीर चिंता का कारण बन गया है.
वीडियो में दिखे ताजा कटे हुए पेड़
सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर सर्कुलेट हो रहे विजुअल्स में जंगल की जमीन के बड़े-बड़े हिस्से ताजे कटे पेड़ों के तनों से भरे दिख रहे हैं. ढलानों पर लकड़ी के लट्ठे बिखरे पड़े हैं और जो कभी घना हरा जंगल था, वहां भारी कटाई के साफ संकेत दिख रहे हैं.
वीडियो में पूरे-पूरे हिस्से खाली दिख रहे हैं. लकड़ी खुले में पड़ी हैं. यह नजारा पर्यावरणविदों और स्थानीय लोगों दोनों के लिए चिंता का विषय बन गया है. सूत्रों ने बताया कि कथित कटाई फॉरेस्ट कंपार्टमेंट 65 ब्लॉक बदरकोट में हुई है, जो संरक्षित वन क्षेत्र के तहत आता है.
संगठित तरीके से हुई कटाई
सूत्रों के अनुसार वीडियो में दिख रही कटाई का पैमाना बताता है कि यह कोई अलग-थलग या अचानक की गई कटाई नहीं, बल्कि संगठित और लगातार चलने वाली गतिविधि है. विजुअल्स सुरक्षा तंत्र की पूरी तरह से विफलता दिखाते हैं. इलाके से परिचित एक सूत्र ने बताया कि ऐसा लगता है कि पेड़ों को बेरहमी से काटा गया है, चुनिंदा कटाई या नियंत्रित कटाई का कोई संकेत नहीं है.
घटना ने खींचा वन विभाग का ध्यान
इस घटना ने जम्मू और कश्मीर में वन प्रशासन पर ध्यान खींचा है, खासकर तंगमर्ग जैसे पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में, जो गुलमर्ग के पास एक महत्वपूर्ण ग्रीन बफर और टूरिस्ट कॉरिडोर के रूप में काम करता है.
स्थानीय लोगों ने तत्काल जमीनी जांच, जिम्मेदारी तय करने और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, यह कहते हुए कि घाटी के हरे सोने कहे जाने वाले जंगलों को बिना किसी सजा के नष्ट नहीं होने दिया जा सकता.