कांग्रेस द्वारा नगरोटा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को जिला विकास परिषद सदस्य शमीम बेगम को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है. इसके साथ ही, नगरोटा में मुकाबला "केवल महिलाओं" का होगा क्योंकि अब भारतीय जनता पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच सीधा मुकाबला तय है.

Continues below advertisement

नेकां के जम्मू प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता ने उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा इस सीट से चुनाव न लड़ने का फैसला करने के बाद, पार्टी ने डीडीसी सदस्य शमीम बेगम को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान ने उनके नाम को मंजूरी दे दी है और वह नामांकन पत्र दाखिल करेंगी.

जिला विकास परिषद का चुनाव जीत चुकी हैं

एक मुस्लिम गुज्जर महिला शमीम बेगम ने नगरोटा से 2020 का जिला विकास परिषद चुनाव जीता है और वह बीजेपी की नगरोटा उम्मीदवार देवयानी राणा को कड़ी चुनौती देंगी. बीजेपी ने नगरोटा से देवेंद्र सिंह राणा की बेटी देवयानी राणा को मैदान में उतारा है. देवयानी और जेकेएनपीपी-आई के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने शनिवार को इस निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. देवेंद्र सिंह राणा ने 2024 के विधानसभा चुनावों में यह सीट रिकॉर्ड 30,472 मतों के अंतर से जीती थी, उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार जोगिंदर सिंह को हराया था, जिन्हें 17,641 मत मिले थे. कांग्रेस उम्मीदवार बलबीर सिंह 5,979 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.

Continues below advertisement

इंडिया गठबंधन में बढ़ी दरार

जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगियों के बीच बढ़ती दरार के बीच, कांग्रेस ने नगरोटा सीट पर चुनाव लड़ने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रस्ताव को यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि उसने भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए यह सीट अपने सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए छोड़ने का फैसला किया है.देर रात हुए एक घटनाक्रम में, कांग्रेस ने "व्यापक हितों और बीजेपी को हराने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए" इस सीट पर चुनाव न लड़ने का फैसला किया.

गठबंधन के लिए कांग्रेस ने छोड़ी सीट कांग्रेस ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट पर विस्तृत विचार-विमर्श और विभिन्न कारकों को ध्यान में रखते हुए- जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि 2024 के पिछले विधानसभा चुनावों में, जो कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने मैत्रीपूर्ण आधार पर लड़े थे, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उक्त निर्वाचन क्षेत्र के अंतिम चुनाव परिणामों में दूसरा स्थान हासिल किया था. कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन के व्यापक सिद्धांतों और लक्ष्यों को आगे बढ़ाते हुए, यह सीट अपने सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए छोड़ने का फैसला किया है.

राज्यसभा सीट को लेकर मतभेद

नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच संबंधों में उस समय खटास आ गई जब कांग्रेस ने 24 अक्टूबर को होने वाले आगामी राज्यसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस को सुरक्षित सीट देने से इनकार कर दिया. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस को चौथी, अपेक्षाकृत जोखिम भरी सीट की पेशकश की थी, जिस पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. जम्मू-कश्मीर और नई दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व, नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा राज्यसभा चुनावों में पार्टी को 'सुरक्षित' सीट देने की अपनी प्रतिबद्धता से 'मुकरने' से नाराज हैं.

सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन

रविवार को, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता आगा सैयद महमूद को बडगाम से अपना उम्मीदवार घोषित किया. सोमवार नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है. आवेदनों की जांच 22 अक्टूबर तक की जाएगी और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 24 अक्टूबर है. नगरोटा और बडगाम विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव 11 नवंबर को होने हैं.