Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के धार सकरी में गैस्ट्रोएंटेराइटिस के मामलों को रोकने के लिए जिला प्रशासन राजौरी ने कदम उठाए. जम्मू-कश्मीर प्रशासन के कैबिनेट मंत्री व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.

राजौरी जिले के गैस्ट्रोएंटेराइटिस के मामलों के मद्देनजर, जिला प्रशासन राजौरी ने डिप्टी कमिश्नर अभिषेक शर्मा की देखरेख में लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा और बीमारी के आगे प्रसार को रोकने के लिए तेजी से और प्रभावी कदम उठाए हैं. जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण और जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा लगातार जिला प्रशासन से अपडेट प्राप्त कर रहे हैं और स्थिति से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं. 

नल के पानी को पीने के लिए सुरक्षित घोषित किया

प्रारंभिक रिपोर्टों के बाद, एईई, जेई और जल परीक्षण प्रयोगशाला के कर्मचारियों की एक टीम को साइट पर तैनात किया गया था. 4 प्राकृतिक झरनों (बावली) और एक नल कनेक्शन से पानी के नमूने एकत्र किए गए. जांच के बाद 2 झरनों में ई. कोली संदूषण पाया गया, जबकि नल के पानी को पीने के लिए सुरक्षित घोषित किया गया.

एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता के साथ मिलकर जन स्वास्थ्य सलाह जारी की है, जिसमें निवासियों से अनुपचारित झरने के पानी का उपयोग न करने और केवल सुरक्षित, उपचारित पानी का सेवन करने का आग्रह किया गया है.

सभी दूषित झरनों को सील कर दिया गया

PHE विभाग इन बावलियों से पानी की आपूर्ति नहीं करता है, लेकिन इसने दूषित बाउलियों को ब्लीचिंग पाउडर से अच्छी तरह से साफ और क्लोरीनेट करके सामाजिक जिम्मेदारी के तौर पर सक्रिय कदम उठाए हैं. इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक पहुंच को रोकने के लिए सभी दूषित झरनों को सील कर दिया गया है.

निवासियों को असुरक्षित जल स्रोतो से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जागरूक किया गया. प्रभावित आबादी के लिए वैकल्पिक सुरक्षित जल आपूर्ति सुनिश्चित की गई है. उपायुक्त के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा एक मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति की गई, जिसने प्रभावित लोगों को तत्काल चिकित्सा जांच और उपचार प्रदान करने के लिए एक अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया है.

ग्रामीण स्वच्छता टीमों का गठन किया गया

इसके अतिरिक्त, जिला-व्यापी स्वच्छता प्रयास में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने सभी ग्राउंड सर्विस जलाशयों (GSR) को साफ किया गया है, जिससे राजौरी में पेयजल आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है. इसके अलावा, ग्रामीण स्वच्छता टीमों का गठन किया गया है. जिला प्रशासन स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और सभी निवासियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.

साथ ही अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को मजबूत करने के  मद्देनजर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए SSP जम्मू जोगिंदर सिंह ने टीसीपी नगरोटा से सलूरा तक के मार्ग पर व्यापक सुरक्षा समीक्षा की. उनके साथ ग्रुप कमांडर NSG, SP ग्रामीण जम्मू, SP ऑपरेशन जम्मू, SDPO नगरोटा, CRPF और CISF के कोय कमांडर और नगरोटा और झज्जर कोटली के SHO मौजूद थे.

अधिकारियों को रोजाना जांच करने का निर्देश

उच्च स्तरीय टीम ने तैनाती बिंदुओं का निरीक्षण किया और मार्ग पर तैनात अधिकारियों से बातचीत की. अधिकारियों को वर्तमान खतरे की स्थिति और कर्तव्यों का पालन करते समय अपनाई जाने वाली मानक संचालन प्रक्रियाओं से अवगत कराने के लिए एक विस्तृत ब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया. अधिकारियों को रोजाना जांच करने का निर्देश दिया गया.

यह जांच खासकर उन क्षेत्रों में करने के आदेश दिए गए जहां एक्सप्रेसवे निर्माण चल रहा है और जिन्हें संवेदनशील क्षेत्रों के रूप में पहचाना गया है. उच्च सतर्कता बनाए रखने और सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वित प्रयास सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया.

अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू 

SSP ने अंतर-एजेंसी सहयोग और किसी भी स्थिति पर समय पर प्रतिक्रिया के महत्व को रेखांकित किया और सभी यात्रियों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया.गौरतलब में किस बार की अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होनी है लेकिन जम्मू से यात्रियों का पहला जत्था 2 जुलाई को रवाना होगा.

इस यात्रा को लेकर इस बार सरहद से लेकर शहर तक सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. इस साल पहली बार यात्रियों की सुरक्षा के मध्य नजर जम्मू के एंट्री पॉइंट लखनपुर से सभी यात्रियों को सुरक्षा घेरे में जम्मू तक लाया जाएगा और यात्रियों को जम्मू लाने से पहले इस पूरे हाईवे को सुरक्षा बलों की रोड ओपनिंग पार्टी खंगालेगी.