Omar Abdullah News: जम्मू-कश्मीर CM उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने सोमवार (5 मई) को कहा कि केंद्र सरकार ‘शीर्ष स्तर पर’ यह सुनिश्चित करना चाहती है कि हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले से राज्य में शासन और विकास की प्रक्रिया प्रभावित न हो. उन्होंने यह बात श्रीनगर स्थित सिविल सचिवालय में शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही.
राज्य विकास के लिेए केंद्र सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध- अब्दुल्लाCM अब्दुल्ला ने स्वीकार किया कि इस घटना का राज्य के टूरिज्म क्षेत्र पर असर पड़ा है, लेकिन साथ ही उन्होंने PM नरेंद्र मोदी से अपनी हालिया मुलाकात का ज़िक्र करते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर के विकास को लेकर केंद्र सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. पीटीआई के अनुसार उमर ने कहा, "भारत सरकार का शीर्ष नेतृत्व नहीं चाहता कि ऐसी घटनाएं विकास की दिशा में बाधा बनें. यह हमारी भी जिम्मेदारी है, जिसका हमें ध्यान रखना होगा."
जिम्मेदारियों को किसी भी कीमत पर निभाना होगा- अब्दुल्लाइस अवसर पर उन्होंने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित पक्षों से सामूहिक प्रयास करने का आग्रह किया. उमर ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेताया कि नागरिक प्रशासन की जिम्मेदारियों को किसी भी कीमत पर निभाना होगा.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बहुप्रतीक्षित "रेल-टू-कश्मीर" परियोजना का भी उल्लेख किया, जिसकी शुरुआत 19 अप्रैल को होनी थी लेकिन खराब मौसम के चलते टाल दी गई. उन्होंने कहा, "जितनी जल्दी हम पुल और ट्रेन का उद्घाटन करेंगे, उतनी जल्दी अफवाहें खत्म होंगी और इसका लाभ जनसामान्य तक पहुंचेगा."
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि शासन और सेवा वितरण में सुधार के प्रयास अगले 6 महीनों में नजर आएंगे. उन्होंने जोर दिया कि शासन का असर आम लोगों की जिंदगी में दिखना चाहिए. समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. उन्होंने मौजूदा चुनौतियों के बीच विकास, बजट घोषणाओं को लागू करने और कुशल शासन सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया. अंत में उन्होंने कहा कि अब ध्यान उन चीजों पर देना होगा जो हमारे नियंत्रण में हैं, ताकि जनता की परेशानियां कम की जा सकें.