Jammu and Kashmir: कश्मीर घाटी में मौसम का तापमान गिरने लगा है. इस कड़ी में श्रीनगर में शनिवार (21 दिसंबर) रात को बीते 50 सालों के दिसंबर की सबसे ठंडी रात रही. इस दौरान यहां का तामपमान माइनस 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक इससे पहले साल 1974 में इस की ठंड पड़ी थी.  

टीओआई में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मौसम के इस मिजाज ने बर्फीली हवा के साथ पूरी घाटी को जकड़ लिया है और कई इलाकों में तापमान शून्य से नीचे चला गया है. शुक्रवार की रात श्रीनगर का तापमान पिछली रात के तापमान से गिरकर शून्य से 8.5 डिग्री नीचे आ गया. 

पांच दशकों में शहर की सबसे ठंडी दिसंबर 

यह लगभग पांच दशकों में शहर की सबसे ठंडी दिसंबर की रात है, सर्द मौसम ने अपने उस रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया जब साल 1974 में दिसंबर की रात तापमान शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया था. जानाकरी के मुताबिक श्रीनगर के इतिहास में यह 1891 से अब तक की तीसरी सबसे ठंडी दिसंबर की रात है.

ठंड का आलम यह है कि लोगों ने हिटर जैसी आधुनिक चीजों को किनारे कर दिया है और सर्दी से बचने के लिए लोग लकड़ी का सहारा ले रहे हैं. हालांकि इस दौरान कश्मीर में एलपीजी और केरोसिन की कमी के कारण लकड़ी और चारकोल की मांग बढ़ गई है. हालांकि एक पहलू ये भी है कि इस दौरान लकड़ी बेचने वालों की जिंदगी अच्छी चल रही है. 

क्या है लोगों का कहना?

श्रीनगर के गुलबहार कॉलोनी के निवासी यासिर अहमद ने कहा, "पिछले कुछ सालों में हमें खुद को गर्म रखने के लिए इलेक्ट्रिक गैजेट का इस्तेमाल करने की आदत हो गई थी. हर दिन 12 घंटे की कटौती के कारण अब हम कांगड़ी का इस्तेमाल करने लगे हैं." अपने बेकार हो चुके एयर कंडीशनर के बारे में बताते हुए अहमद ने कहा, "ऐसा लगता है कि मेरा निवेश बेकार चला गया है."

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