Jammu News: जम्मू में एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिकॉर्ड बदलकर 81.9 कनाल सरकारी भूमि को निजी बनाने के मामले में केस दर्ज किया है. इस मामले में पूर्व राजस्व अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज कर लिया गया है.
जम्मू के सांबा जिले के विजयपुर में प्रदेश के राजस्व विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और संभावित मिली भगत के चलते 81.9 कैनाल सरकारी भूमि को निजी भूमि में ट्रांसफर कर राजस्व रिकॉर्ड में उसकी म्यूटेशन तक चढ़ा दी गई. इस गंभीर मामले के सामने आते ही जम्मू में एंटी करप्शन ब्यूरो ने पूर्व राजस्व अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
करोड़ों रुपये का हुआ नुकसानजम्मू में एंटी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक उनके पास एक शिकायत आई थी जिसमें विजयपुर इलाके में सरकारी भूमि को निजी लोगों की मालिकाना भूमि के रूप में तब्दील करने की शिकायत की गई थी. इस शिकायत में कहा गया है कि भूमिका मालिकाना हक बदलने से सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है.
मिली भगत का लगा आरोपएंटी करप्शन ब्यूरो ने बताया है कि इस मामले की जांच के दौरान सामने आया कि उस समय के तहसीलदार विजयपुर, गुढ़ा सलाथिया के पूर्व पटवारी और जमीन को अपने नाम करने वाले रामेश्वर सिंह की आपस में मिली भगत थी. जांच में सामने आया है कि तत्कालीन पटवारी द्वारा सरकारी 81.9 कनाल भूमि की म्यूटेशन रिपोर्ट में इन तथ्यों का कोई उल्लेख नहीं किया गया कि यह भूमि सरकारी है और उसे आरोपी के नाम ट्रांसफर।कर दिया गया. एंटी करप्शन ब्यूरो को मानना है कि इस मामले में तथ्यों को छुपाया गया.
गौरतलब है कि इस मामले में जम्मू के मंडल आयुक्त ने इस जमीन के म्यूटेशन को रद्द करने का आदेश दिया था. अपने आदेश में उन्होंने लैंड रिकॉर्ड में जरूरी सुधार करने के भी आदेश दिए थे. फिलहाल एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों का दावा है कि इस मामले की जान जारी है और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.