Jammu Kashmir News: ईद-उल-अजहा यानी बकरीद के मौके पर देशभर में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों और ईदगाह में नमाज अदा की. इस बीच पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने लोगों को बकरीद की मुबारकबाद दी है. हालांकि उन्होंने श्रीनगर के जामा मस्जिद में ईद की नमाज अदा करने से रोकने, मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद करने को लेकर सवाल भी खड़े किए. 

पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ़्ती ने ईद-उल-अजह के मौके पर कहा, "मैं सभी को ईद की मुबारकबाद देती हूं. अल्लाह सभी के जीवन में खुशियां लाए. जो हमने कुर्बानी दी है उससे हमारी जिंदगी में एक मोहब्बत आए, लेकिन अफसोस की बात ये है कि आज जामा मस्जिद के जो गेट हैं, उन्हें फिर से लॉक किया गया है. मीरवाइज उमर फारूक आज फिर से हाउस अरेस्ट किया है.''

मीरवाइज उमर फारूक अभी भी नजरबंद क्यों- इल्तिजा

इसके आगे उन्होंने कहा, "मैं नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार और एलजी मनोज सिन्हा से पूछना चाहती हूं कि आप ये दावा करते हैं कि सबकुछ यहां सामान्य है तो मीरवाइज साहब अभी भी नजरबंद क्यों हैं? आप हमसे इबादत का हक क्यों छीन रहे हैं.'' 

जामा मस्जिद में नमाज अदा करने पर रोक

गौरतलब है कि बकरीद के मौके पर प्रशासन ने शनिवार (07 जून) को श्रीनगर के पुराने शहर में स्थित ईदगाह मैदान और जामा मस्जिद में ईद की नमाज अदा करने पर रोक लगा दी, जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने दावा किया कि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है.

जामा मस्जिद मैनेजमेंट की ओर से एक बयान में कहा गया, 'श्रीनगर स्थित अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद को यह सूचित करते हुए गहरा खेद है कि अधिकारियों ने एक बार फिर ईदगाह के साथ-साथ श्रीनगर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी है.''

मीरवाइज ने क्या कहा?

मीरवाइज ने कहा, ''ईद मुबारक! एक बार फिर कश्मीर को दुखद वास्तविकता का सामना करना पड़ा है. ईदगाह में ईद की नमाज़ नहीं पढ़ी गई और जामा मस्जिद लगातार सातवें साल भी बंद है. मुझे भी मेरे घर में नजरबंद रखा गया है.”