Farooq Abdullah On Pahalgam Terror Attack: पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल हुए कायराना आतंकी हमले के बाद यहां आने वाले सैलानियों की तादाद में बेहद कमी आई है. हमले के बाद पहलगाम के होटल्स से लेकर टैक्सी गाड़ियां, घोड़ा चालक के व्यापार में भारी कमी आई है क्योंकि यहां की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से सैलानियों पर निर्भर है. 

ऐसे में सैलानियों का पहलगाम ना आना, यहां के बिजनेस पर बुरा असर डाल रहा है. इसी वजह से जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला खुद शनिवार (03 मई) को पहलगाम पहुंचे. अब्दुल्ला ने पहलगाम के मशहूर सेल्फी स्पॉट पर सैलानियों के साथ मुलाकात की और उनके साथ फोटो भी खींचाई.

डर पैदा करने की कोशिश करने वाले हार गए- फारूक

सैलानियों के कंधे पर हाथ रखकर फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम आए लोगों का शुक्रिया भी अदा किया और उनसे अपील भी की कि वापस जाकर सैलानी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को भी कश्मीर आने के लिए प्रेरित करें. मीडिया से मुखातिब होते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''मैं आज पहलगाम में हूं, जहां यह कांड हुआ था लेकिन सैलानी यहां पर आ रहे हैं. यह दिल को खुश करता है. जो डर को पैदा करने की कोशिश कर रहे थे, वह हार गए.''

हम डरने वाले नहीं हैं- फारूक अब्दुल्ला

उन्होंने आगे कहा, ''जिन्होंने यह कांड किया है वह हार गए. वह समझते थे कि हम लोग हिंदू और मुसलमान को अलग करेंगे लेकिन वह हार गए. जो सोचते थे कि कश्मीर को वह हासिल करेंगे वह हार गए. इन सैलानियों को देखकर आज साबित हो गया कि हम डरने वाले नहीं हैं. कश्मीर भारत का हिस्सा है, भारत का हिस्सा था, और भारत का हिस्सा रहेगा. लोगों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में यहां पर आना चाहिए. डर नहीं रखना चाहिए. जो डर गया वह मर गया. 

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख ने ये भी कहा कि जिन लोगों ने बुकिंग कैंसिल की है वह फिर से आएंगे. वह पहलगाम में ही नहीं गुलमर्ग, सोनमर्ग, श्रीनगर, माता वैष्णो देवी के दर्शन करने जाएंगे, हर जगह जाएंगे. 

भारत-पाकिस्तान में तनाव पर क्या बोले फारूक?

भारत पाकिस्तान के बीच तनाव पर बोलते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि तनाव तो बढ़ेगा अगर उन्होंने यह काम किया है. उन्होंने कहा, ''लोग चाहते हैं कि यह आतंकवाद खत्म हो. कब तक हम आतंकवाद देखते रहेंगे. 35 साल हो गए आतंकवाद देखते हुए हम लोग आगे बढ़ना चाहते हैं तरक्की करना चाहते हैं. वह हमारी तरक्की को रोकते हैं, वह समझते हैं कि हमें भिखारी बनाकर रखेंगे जैसा उनका मुल्क है. हमें भिखारी नहीं रहना है. हमें आगे बढ़ाना है, और हम आगे बढ़ेंगे, जरूर बढ़ेंगे. हम दुनिया की सबसे बड़ी ताकत एक दिन जरूर बनेंगे.'' 

हम लोग आतंकवाद से थक गए हैं- फारूक

आतंकवाद का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोग आतंकवाद से थक गए हैं. उन्होंने कहा, ''आतंकवाद को खत्म करना जरूरी है. उसके लिए कोई भी कार्रवाई प्रधानमंत्री करेंगे, वह हमें मंजूर है और हम इसके लिए इंतजार कर रहे हैं. मुझे बहुत खुशी है कि हमारे भारतीय नागरिक यहां आ रहे हैं, उन्हें डर नहीं है और हमें यही डर खत्म करना है. हम चाहते हैं कि सारे देश से लोग यहां पहुंचे. सारे भारतीय हमारे दुश्मन को दिखाएं कि हम डरने वाले नहीं हैं.''

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