Jammu and Kashmir News: रामबन के डीसी बसीर-उल-हक चौधरी ने बाढ़ और बादल फटने से प्रभावित बागना व आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया. उन्होंने परिवारों के साथ दुख और सहानुभूति व्यक्त करने और नुकसान चल रहे पुनर्निर्माण प्रयासों का आकलन कर तीन मृतकों के परिवारों से मिलकर संवेदना जताई और राहत व पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की.

एसीआर रामबन शौकत हयात मट्टू, सीएमओ, सीएचओ, सीएओ, सीएएचओ, डीएसएचओ, एसीडी, एक्सईएन पीएमजीएसवाई, एक्सईएन जेपीडीसीएल, एक्सईएन जल शक्ति, तहसीलदार, बीडीओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ, डीसी ने तेली मजार, सिल्ला, बागना, भाठी, मेयन, थलियावास, पटबास और आसपास के इलाकों सहित कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया.

नुकसान और उनकी तत्काल जरूरतों पर जमीनी प्रतिक्रिया एकत्र करने के लिए निवासियों के साथ व्यापक रूप से बातचीत की. लगभग 15 किलोमीटर पैदल चलकर डीसी ने मृतक बच्चों साकिब अहमद और आकिब अहमद (मोहम्मद हनीफ के बेटे) और एक बुजुर्ग व्यक्ति मनी राम के शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और उन्हें जिला प्रशासन की ओर से पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया.

डीसी रामबन ने कहा कि प्रशासन संकट में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा है। उन्होंने पढ़ाई व राहतसड़कों, फसलों और पशुधन को हुए नुकसान का जायजा लिया और सड़क संपर्क बहाली, बच्चों की  कार्यों में तेजी के निर्देश दिए। हर पंचायत में निगरानी व राहत के लिए अधिकारी तैनात किए गए है. डीसी ने सभी विभागों को कृषि, बागवानी, पशुधन और बुनियादी ढांचे के नुकसान से संबंधित मुआवजे के लिए मूल्यांकन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्वास्थ्य जोखिमों को रोकने के लिए सभी प्रभावित परिवारों की व्यापक स्वास्थ्य जांच करने का भी निर्देश दिया. मानवीय और सक्रिय दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए, डीसी ने पीड़ितों को समय पर राहत और पुनर्वास प्रदान करने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता दोहराई और आश्वासन दिया कि सड़क और बिजली की मरम्मत सहित बुनियादी ढांचे की बहाली के लिए आवश्यक मंजूरी में तेजी लाई जाएगी.  यह भी बताया कि वह जल्द ही स्थिति की व्यक्तिगत समीक्षा करने और जनता की शिकायतों को दूर करने का पूरा प्रयास करेंगे.