टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के बाबरी मस्जिद बनाने वाले बयान पर बीजेपी सांसद गुलाम अली खटाना ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये राजनीति से प्रेरित और अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अभियान है. बार-बार उस मसले को कुरेदना सियासी पैतरेबाजी है. उन्होंने ये भी कहा कि इस मसले को सुप्रीम कोर्ट ने सुलझा लिया है और अब इसका कोई मतलब नहीं है.

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हुमायूं कबीर के बयान पर पूछे गए सवाल पर बीजेपी सांसद गुलाम अली खटाना ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कहा, ''ये राजनीति से प्रेरित बयान है. यह अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अभियान है. बार-बार उसे कुरेदना सियासी पैतरेबाजी है. अयोध्या में जो मामला था, उसे सुप्रीम कोर्ट ने सुलझा लिया था. मंदिर के लिए अलग और मस्जिद के लिए अलग जमीन आवंटित की गई है.''  

बाबरी मस्जिद को लेकर हुमायूं कबीर ने क्या कहा?

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में एक बाबरी मस्जिद बनवाने का ऐलान किया है. मीडिया से बातचीत में हुमायूं कबीर ने कहा था, "हम 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखेंगे. इसे पूरा होने में 3 साल लगेंगे.'' हुमायूं कबीर के इसी बयान के बाद देशभर में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. बीजेपी समेत अन्य पार्टियों के नेता उन्हें इस बयान को लेकर घेरने में जुटे हैं.

शीतकालीन सत्र को लेकर क्या बोले गुलाम अली खटाना?

संसद के शीतकालीन सत्र से पहले, बीजेपी सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा, "कुछ बिल भी आएंगे और संसदीय परंपरा के मुताबिक सदन का काम जारी रहेगा. हम विपक्ष से भी उम्मीद करते हैं कि वह जनता से जुड़े रचनात्मक मुद्दे उठाएगा, सरकार की सकारात्मक आलोचना करें.

उन्होंने ये भी कहा कि विपक्ष संसद के समय का लोगों के हित में विवेकपूर्ण इस्तेमाल करें. बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार (01 दिंसबर) से शुरू हो रहा है. यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा.