नवरात्र शुरू होने वाले हैं और मौसम की खराब स्थिति के चलते मां वैष्णो देवी की अब भी स्थगित है. श्रद्धालु कटरा बेस कैंप पर पहुंचकर यात्रा शुरू करने की मांग कर रहे हैं. वहीं मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले कुछ दिनों में ये यात्रा शुरू होने की संभावना है.
संकेत के अनुसार, 22 सितंबर जिस दिन शारदीय नवरात्र का पहला दिन होगा उस दिन यात्रा दोबारा शुरू हो सकती है. हाल ही में वैष्णो देवी मार्ग में भूस्खलन के बाद बड़े पत्थर गिरने सा हादसा हो गया था. श्राइन बोर्ड ने साफ कहा है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
श्रद्धालुओं और मजदूरों का प्रदर्शन
कटरा बस अड्डे पर देशभर से आए श्रद्धालुओं ने यात्रा शुरू करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. SDM और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर श्रद्धालुओं को शांत कराया और समझाया कि मौसम की स्थिति फिलहाल अनुकूल नहीं है.
इसी तरह श्राइन बोर्ड के केंद्रीय कार्यालय के बाहर घोड़ा, पिट्टू और पालकी मजदूरों ने भी नेता भूपेंद्र सिंह जमवाल के नेतृत्व में प्रदर्शन किया. मजदूरों का कहना है कि यात्रा बंद रहने से उनके परिवार की आजीविका प्रभावित हो रही है.
हाल ही में 34 श्रद्धालुओं की हुई थी मौत
26 अगस्त को अद्कुंवारी मंदिर क्षेत्र में हुए भूस्खलन में 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे. इसके बाद से यात्रा पूरी तरह से रोक दी गई. हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण सांझी छत क्षेत्र में भी भूस्खलन हुआ, जिससे मार्ग फिसलन भरा बना हुआ है.
श्राइन बोर्ड ने कहा है कि जैसे ही मौसम सुधरेगा और रास्ते पूरी तरह से दुरुस्त होंगे, तभी यात्रा शुरू होगी. इस बीच सभी मार्गों की मरम्मत का काम जारी है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित यात्रा कर सकें.
22 सितंबर से संभावित शुरुआत
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों तक मौसम की बेरुखी जारी रह सकती है, लेकिन शारदीय नवरात्र के पहले दिन यानी 22 सितंबर से स्थिति सामान्य होने की संभावना है.
श्राइन बोर्ड ने संकेत दिए हैं कि हालात अनुकूल होते ही श्रद्धालुओं को भवन की ओर रवाना किया जाएगा. श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही मां वैष्णो देवी की यात्रा सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी और क्षेत्र में धार्मिक व आर्थिक गतिविधियों को फिर से गति मिलेगी.