One Minute Traffic Plan Shimla: शिमला पुलिस की ओर से चलाए जा रहे वन मिनट ट्रैफिक प्लान से निजी बस संचालक परेशान हो चुके हैं. निजी बस संचालकों ने अब 22 अप्रैल को हड़ताल की चेतावनी दे दी है. निजी बस संचालकों की मांग है कि शिमला पुलिस उन्हें वन मिनट ट्रैफिक प्लान से बाहर रखें.


इस प्लान की वजह से उन्हें रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. निजी बस संचालक न केवल नुकसान झेल रहे हैं, बल्कि रोजाना ड्राइवर-कंडक्टर यात्रियों के साथ भी उनकी लड़ाई हो रही है.


निजी बसों को वन मिनट ट्रैफिक प्लान से रखा जाए बाहर
निजी बस ऑपरेटर यूनियन के उपाध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने कहा कि वन मिनट ट्रैफिक प्लान की वजह से वह परेशानी झेल रहे हैं. इसकी वजह से उनका टाइम टेबल खराब हो रहा है. शिमला में बालूगंज क्रॉसिंग जैसे अन्य हॉल्टिंग पॉइंट के नजदीक रोजाना निजी बसों की लंबी लाइन लग जाती है और इसकी वजह से उनके रूट फेल हो रहे हैं. उन्होंने शिमला पुलिस से मांग उठाई है कि उन्हें इस प्लान से बाहर रखा जाए. 


इसके अलावा उनकी यह भी मांग है कि पहले से तय नियमों के मुताबिक 40 किलोमीटर से दूर की बसें पुराना बस स्टैंड की जगह नया बस स्टैंड से चलाई जाए. उन्होंने इस संदर्भ में ट्रांसपोर्ट डायरेक्टर से मुलाकात की है और जल्द से जल्द मांगें पूरी करने के लिए कहा है. मांगें पूरी न होने पर वे 22 अप्रैल को हड़ताल करेंगे.


क्या है वन मिनट ट्रैफिक प्लान?
शिमला पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए वन मिनट ट्रैफिक प्लान लागू किया है. पुलिस का दावा है कि यह वैज्ञानिक प्लान है और इससे ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिल रही है. शिमला पुलिस ने शहर के अलग-अलग स्थान पर हॉल्टिंग पॉइंट बनाए हैं.


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