Himachal Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव हैं. नामांकन के चौथे दिन हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए 18 नामांकन दाखिल हुए. कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजीव भारद्वाज ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के आला नेता मौजूद रहे और उन्होंने शक्ति प्रदर्शन कर अपनी जीत का दावा किया.


इसी तरह हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा ने भी अपना नामांकन भरा. उनके साथ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे. 


यहां विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- 'हमीरपुर के लोग मेरी ताकत है और यहां के लोगों ने मेरा हर पल साथ दिया है. आज मैं जिस मुक़ाम पर पहुंचा हूं, उसके लिए हमीरपुर और नादौन की जनता का जीवन भर आभारी रहूंगा. उन्होंने कहा कि लोगों का विश्वास मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. सभी के आशीर्वाद से आज एक साधारण परिवार से निकलकर मैं मुख्यमंत्री बना हूं'.


इसके अलावा सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजिंदर राणा और कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत सिंह राणा ने भी नामांकन दाखिल किया. बड़सर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया. विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो ने भी अपना नामांकन दाखिल किया. जानकारी के मुताबिक, लाहौल और और गगरेट विधानसभा क्षेत्र में चौथे दिन कोई नामांकन दाखिल नहीं किया गया.


नेता प्रतिपक्ष का CM सुक्खू पर निशाना


नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा उपचुनाव प्रत्याशी राजिंदर राणा के नामांकन में भी शामिल हुए. इसके बाद उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुर्सी पाते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सत्ता के नशे में चूर हो गए. उन्होंने आम हिमाचली के हितों को दरकिनार कर दिया. उन्होंने चुने हुए जन प्रतिनिधियों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, जिसका नतीजा सभी के सामने है.


कांग्रेस के छह विधायकों को आज अपनी विधायकी गंवानी पड़ी. उनकी तानाशाही का नतीजा है कि आज प्रदेश में कांग्रेस सरकार अपना बहुमत खो चुकी है. बजट सत्र में सरकार बचाने के लिए बीजेपी के 15 विधायकों को निष्कासित करना पड़ा. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे जो कर ले, लेकिन अब वह कुछ दिनों की मेहमान हैं.