Himachal Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव हैं. मंडी संसदीय क्षेत्र पूरे देश में एक चर्चा का विषय बना हुआ है. इस हॉट सीट पर भाजपा ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने राज्य सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह को चुनावी रण में उतारा है. 


विक्रमादित्य सिंह के इस चुनावी रण में उतरने के बाद यह मुकाबला और भी ज्यादा दिलचस्प हो गया है. विक्रमादित्य सिंह ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा है कि वह लोकसभा का चुनाव मुद्दों के आधार पर लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि वे मंडी की जनता को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि इस चुनाव में मुद्दों पर आधारित ही बात होगी.






'कौन क्या खाता है, यह देखना राष्ट्रीय स्वयंसेवक का काम'
मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूरे देश की नजर मंडी संसदीय क्षेत्र पर है, लेकिन वह सकारात्मक सोच के साथ ही आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि कौन क्या खाता है और क्या पीता है, इसका चिंतन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद को करना चाहिए. क्योंकि वे खुद को हिंदू धर्म का रक्षक बताते हैं. उन्होंने कहा कि उनके परिवार का संबंध राष्ट्र स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद से बेहद पुराना है.


RSS-VHP से हमारा पुराना संबंध- विक्रमादित्य सिंह 
साल 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह जब धर्मांतरण के खिलाफ कानून लेकर आए थे, तब राष्ट्र स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद ने उनका आभार व्यक्त किया था. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक को संघ को यह बताना चाहिए कि वह खानपान वाले इस पूरे मामले में क्या सोचते हैं. दरअसल, विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पोस्ट पर कंगना रनौत के एक पुराने ट्वीट के आधार पर उनके कथित तौर पर बीफ खाने का मामला उजागर किया था.


आपदा प्रभावितों तक पहुंचाई राहत- विक्रमादित्य
हिमाचल सरकार में लोक निर्माण मंत्री और मंडी के प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि तत्कालीन यूपीए सरकार के दौरान हिमाचल प्रदेश में कई बड़े विकास कार्य हुए. आज जिस टनल को अटल टनल के नाम से जाना जाता है, उसके लिए तत्कालीन यूपीए सरकार ने ही 12 हजार करोड़ रुपए का शुरुआती फंड दिया था. उन्होंने कहा कि प्रदेश में फोरलेन के कई काम भी यूपीए सरकार में ही शुरू हुए. 


उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त राज्य सरकार ने बेहतरीन काम किया. हिमाचल में आई आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान मंडी में ही देखने के लिए मिला, लेकिन उन्होंने दिन-रात एक कर प्रभावितों को राहत पहुंचाने का काम किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के बिना मदद के ही राज्य सरकार ने आपदा प्रभावितों तक 4 हजार 500 करोड़ रुपए का राहत पैकेज पहुंचा है.


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