हिमाचल के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह के नेतृत्व में आज कुल्लू में बिजली महादेव रोपवे के संदर्भ में देव समाज के प्रतिनिधियों से भेंट कर उनकी बातें सुनी. उन्होंने कहा कि इस पवित्र स्थल से जुड़ी देव परंपरा, आस्था और जनता की गहरी भावनाओं को सुना और उनके भावनाओं के साथ पूरी मजबूती से खड़े रहने का आश्वासन दिया.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा की इस विषय पर वह पहले से काम कर रहे हैं. तभी पूर्व सरकार के समय यह परियोजना नहीं बनी. देव समाज के लोगों का जो अनुरोध है वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जी भी बताया है. उन्होंने भी देव समाज और स्थानीय लोगों की भावनाओं के सम्मान का भरोसा दिया
'हम सबकी है सामूहिक जिम्मेदारी
जयराम राम ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय के जरिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी देवी- देवताओं के आदेश और स्थानीय लोगों की भावनाओं से अवगत करवाया है. इस क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखकर ही यह परियोजना शुरू की गई थी. यदि इससे इस क्षेत्र की देव संस्कृति, लोक संस्कृति, पर्यावरण और पवित्रता के लिए खतरा है तो इस मुद्दे पर वह कुल्लू के लोगों, देव समाज के लोगों और स्थानीय लोगों की भावनाओं का पूरा सम्मान करते हैं.
उन्होंने कहा कि मारी प्राचीन परंपराओं और देव संस्कृति का संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है. देव आस्था और जनता की भावनाओं का सम्मान हमारे लिए सर्वोपरि है और इसी भावना के अनुरूप समाधान की दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएंगे.
कुल्लू में मिले थे देव समाज से
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि बिजली महादेव रोपवे के मुद्दे पर वह कुल्लू में देव समाज से मिले थे. इस पावन स्थल से जुड़ी देव परंपरा, आस्था और लोगों की भावनाओं को जानना उनके लिए महत्वपूर्ण था.
जयराम ठाकुर ने बताया कि उन्होंने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को इस मामले की गंभीरता से अवगत कराया है. उन्होंने कुल्लू के लोगों की मांगें उन तक पहुंचाई हैं. साथ ही, प्रधानमंत्री कार्यालय के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी देवी-देवताओं के आदेश और स्थानीय भावनाओं की जानकारी दी गई है.
उन्होंने कहा कि हमारी पुरानी परंपराओं और देव संस्कृति की रक्षा हम सबकी जिम्मेदारी है. वह देव आस्था और लोगों की भावनाओं का सम्मान करेंगे. इसी सोच के साथ समाधान के लिए लगातार प्रयास किए जाएंगे.